दवा व्यवसायी हत्याकांड : 72 घंटे में खुलासा, लूटने आये बदमाशों ने हाथापाई से घबरा मारी गोली
पटना : जीएम रोड में दिनदहाड़े दवा व्यवसायी अनिल अग्रवाल की हत्या करनेवाले चार अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गये. अपराधी दुकान से पांच लाख रुपये लूटने आये थे. व्यवसायी के हाथापाई करने पर अपराधी डर गये और उन्हें गोली मार दी. वीडियो फुटेज से तैयार कराये गये स्केच और हत्या के लिए इस्तेमाल की […]
पटना : जीएम रोड में दिनदहाड़े दवा व्यवसायी अनिल अग्रवाल की हत्या करनेवाले चार अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गये. अपराधी दुकान से पांच लाख रुपये लूटने आये थे. व्यवसायी के हाथापाई करने पर अपराधी डर गये और उन्हें गोली मार दी.
वीडियो फुटेज से तैयार कराये गये स्केच और हत्या के लिए इस्तेमाल की गयी बाइक का नंबर जानने के बाद पुलिस अपराधियों तक पहुंची. गिरफ्तार किये गये अपराधियों में रूपेश, जितेंद्र (दोनों वैशाली), आकाश उर्फ छोटू (दानापुर) तथा चंदन (सुलतानगंज) शामिल हैं. वहीं फरार चल रहे मास्टरमाइंड राकेश और मुकेश की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है़ इन दोनों ने ही लूट की साजिश रची थी. अपराधियों के पास से दो पिस्टल, चार राउंड कारतूस, 4 मोबाइल फोन, एक बाइक बरामद को पुलिस ने बरामद किया है.
खुली रहेंगी अब दवा दुकानें : उधर पटना सहित पूरे बिहार की दवा दुकानें खुली रहेंगी. बिहार राज्य ड्रग एवं केमिस्ट एसोसिएशन के सचिव संतोष कुमार ने बताया कि बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि 72 घंटे के अंदर अपराधी पकड़े गये हैं, इसलिए दुकानों को बंद नहीं किया जायेगा. अध्यक्ष अर्जुन यादव ने कहा कि अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई हो. पीड़ित परिवार ने भी सरकार से मुआवजा के बदले बड़े स्तर पर कार्रवाई की मांग की है.
दानापुर बम कांड में शामिल हैं रूपेश और छोटू : वर्ष 2010 में चुनाव के दौरान दानापुर कोर्ट में बम ब्लास्ट कराया गया था. इस घटना को रूपेश और आकाश उर्फ छोटू ने अंजाम दिया था. राकेश बड़ा अपराधी है, उसकी क्राइम हिस्ट्री पुलिस खंगाल रही है. पुलिस की छानबीन में पता चला है कि अजय कुमार नाम के एक युवक के माध्यम से छोटू की दोस्ती राकेश से जेल में हुई थी. जेल से बाहर निकलने के बाद बदमाश हत्या के लिए कांट्रेक्ट लेते थे.
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार छोटू ने कबूल किया है कि राकेश व मुकेश ने लूट की साजिश रची थी. चंदन ने बाइक और पिस्टल का इंतजाम किया. अपराधी छह की संख्या में थे. एनआइटी मोड़ के पास बाइक लगा कर ये लोग घटनास्थल पर पहुंचे थे. इसके बाद छोटू और मुकेश बसेरा मोड़ के पास इंतजार कर रहे थे, जबकि अंदर राकेश, मुकेश और जितेंद्र गये थे. गोली राकेश और जितेंद्र ने मारी थी.
ऐसे हुआ खुलासा : एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अपराधियों का वीडियो फुटेज पहले ही दिन मिल गया था. इसमें 100 डायल के एक्सपर्ट से कई जगह के फुटेज लेकर डाटाबेस तैयार कराया गया. सिटी एसपी मध्य चंदन कुशवाहा की मॉनीटरिंग व फुटेज के आधार पर स्केच बनवाया गया. इसके बाद घटना के दिन अपराधियों को भागते देखने वाले लोगों से पहचान करायी गयी. दूसरा सुराग एनपीआर में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से उस बाइक का नंबर ट्रेस किया गया, जिससे अपराधी आये थे और घटना को अंजाम देने के बाद भागे थे. इसके बाद चारों अपराधियों को पकड़ लिया गया.