LTC घोटाला : JDU सांसद अनिल साहनी का पद छोड़ने से इनकार
पटना : एलटीसी घोटाले में कथित धोखाधड़ी एवं भ्रष्टाचार में सीबीआइ को जदयू के राज्यसभा सांसद अनिल साहनी के खिलाफ मामला चलाने की मंजूरी मिलने के बीच साहनी नेशुक्रवार को खुद के ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए इस्तीफा देने से इनकार कर दिया. यह मेरे खिलाफ षड्यंत्र है : साहनीनीतीश कुमार की पार्टी […]
पटना : एलटीसी घोटाले में कथित धोखाधड़ी एवं भ्रष्टाचार में सीबीआइ को जदयू के राज्यसभा सांसद अनिल साहनी के खिलाफ मामला चलाने की मंजूरी मिलने के बीच साहनी नेशुक्रवार को खुद के ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए इस्तीफा देने से इनकार कर दिया.
यह मेरे खिलाफ षड्यंत्र है : साहनी
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के दूसरी बार राज्यसभा सांसद चुने गये साहनी ने यहां पीटीआइ से कहा, यह मेरे खिलाफ षड्यंत्र है. मैं नैतिक आधार पर इस्तीफ क्यों दूं जब मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है. राज्यसभा सभापति हामिद अंसारी ने केंद्रीयजांच एजेंसी को जदयू सांसद अनिल साहनी के खिलाफ मामला चलाने को सीबीआइ को मंजूरी दे दी है. सीबीआइ ने साहनी के खिलाफ एलटीसी घोटाले में कथित धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के लिए आरोपपत्र दायर किया है.
मंजूरी मिलने के बाद सीबीआइ चलाएगी मुकदमा
बिहार से राज्यसभा सदस्य उपरी सदन के पहले सदस्य होंगे जिनके खिलाफ सीबीआइ मंजूरी मिलने के बाद मामला चलाएगी. राज्यसभा सदस्य साहनी ने कहा कि वह मानहानि का मामला दायर करने के लिए वकीलों से बात करेंगे. साहनी ने आरोप लगाया कि वह उस ‘‘गिरोह’ के शिकार बन गये जो सांसदों के लिए एलटीसी के वास्ते फर्जी बिल जुटाने का काम करता है.
साहनी ने किया स्वयं का बचाव, कहा…
साहनी ने विवाद में स्वयं का बचाव करते हुए कहा, ‘‘मैंने एलटीसी गिरोह के सदस्यों द्वारा मेरे नाम से फर्जी बिल जमा करने के बारे में 2013 में अधिकारियों का ध्यान दो बार आकर्षित किया.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं जांच एजेंसी को आमंत्रित करता हूं कि वह इस ओर से धन प्रवाह का पता लगाने के लिए दिल्ली के साथ ही पटना स्थित मेरे बैंक खातों की जांच करे.’
सीएम नीतीश से मांगेंगे समय
जदयू के पूर्व राज्यसभा सदस्य मदन साहनी के पुत्र अनिल साहनी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से समय मांगेंगे जो अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. यह पूछे जाने पर कि उनके खिलाफ कौन षड्यंत्र रच रहा है, मुजफ्फरपुर के रहने वाले साहनी ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि षड्यंत्र के पीछे कौन लोग हैं.
गरीब समुदाय से आने के कारण बनाया गया निशाना
उन्होंने कहा, ‘‘हो सकता है कि मुझे निशाना बनाया जा रहा हो क्योंकि मैं एक गरीब समुदाय से आता हूं और मैं दलितों और वंचितों के मुद्दे उठाता रहूंगा.’ सीबीआइ ने साहनी के खिलाफ यह आरोप लगाते हुए आरोपपत्र दायर किया है कि उन्होंने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलीभगत करके वास्तविक यात्रा किये बिना फर्जी ईटिकट और फर्जी बोर्डिंग पास का इस्तेमाल करके यात्रा एवं महंगाई भत्ता प्रतिपूर्ति के तौर पर राज्यसभा सेे 23.71 लाख रुपये की धोखाधड़ी की.
साहनी के अलावा अन्य लाेगों के भी नाम
सीबीआइ के आरोपपत्र में साहनी के अलावा जिन अन्य का नाम है उनमें दिल्ली स्थित एयर क्रूज ट्रैवेल्स प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी अनूप सिंह पंवार, एयर इंडिया के तत्कालीन अधीक्षक :यातायात: एन एस नायर और एक अरविंद तिवारी शामिल है. राज्यसभा और लोकसभा सांसदों को एक वर्ष में उनके, उनके परिवार के सदस्यों एवं सहयोगियों की घरेलू यात्रा के लिए 34 मुफ्त हवाई टिकट मिलते हैं.