नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में एक मजबूत विकल्प : बाबूलाल मरांडी
नयीदिल्ली : झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राष्ट्रीय राजनीति में एक ‘मजबूत विकल्प’ की पुरजोर वकालत करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इस खाका में एकदम उपयुक्त हैं. नीतीश कुमार की अगुवाई में बनाये जा रहे राजनीतिक गठजोड़ का झारखंड में मरांडी चेहरा हो सकते हैं. आरएसएस पृष्ठभूमि से आने वाले और साल […]
नयीदिल्ली : झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राष्ट्रीय राजनीति में एक ‘मजबूत विकल्प’ की पुरजोर वकालत करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इस खाका में एकदम उपयुक्त हैं. नीतीश कुमार की अगुवाई में बनाये जा रहे राजनीतिक गठजोड़ का झारखंड में मरांडी चेहरा हो सकते हैं. आरएसएस पृष्ठभूमि से आने वाले और साल 2000 में बिहार से अलग होने के बाद झारखंड में भाजपा सरकार का नेतृत्व करने वाले मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार करते हुए राजग सरकार पर देश के संघीय ढांचे पर आघात करने और सांप्रदायिकता को हवा देने का आरोप लगाया.
देश में एक मजबूत विकल्प की जरूरत : मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने पीटीआइ भाषा से साक्षात्कार में कहा, देश में एक मजबूत विकल्प की जरूरत है. नीतीश कुमार केंद्र में बेहतर विकल्प हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने अपनी प्रशासनिक क्षमता साबित की है और उनकी पूरे देश में स्वीकार्यता है. मरांडी की यह टिप्पणी ऐसे समय मेंआया है जब नीतीश की जदयू, अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोक दल, मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा (प्र) और कमल मोरारका की समाजवादी जनता पार्टी का बिहार, झारखंड एवं उत्तरप्रदेश में विलय के प्रयास चल रहे हैं.
नीतीश कुमार की जदयू का बिहार में लालू प्रसाद के राजद के साथ गठबंधन है और बिहार विधानसभा चुनाव में इसने भाजपा नीत राजग को पराजित किया था. हाल ही मेंं नीतीश कुमार ने जदयू के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली है और ऐसी अटकलें हैं कि वह राष्ट्रीय राजनीति पर नजर रखते हुए विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं.
नीतीशव मरांडी के बीच सहयोग को लेकर हुई बातचीत
जदयू के एक पदाधिकारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बतायाकि झारखंड में मरांडी हमारे चेहरे होंगे. यह समय है कि पार्टी बिहार से बाहर पांव पसारे. प्रस्तावित गठबंधन के तहत झारखंड में ओबीसी-आदिवासी को एकजुट करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर मरांडी ने कहा कि वह जाति आधारित राजनीति में विश्वास नहीं करते हैं लेकिन स्वीकार किया कि उनके साथ आने से अच्छा प्रभाव पड़ेगा.
मोदी सरकार पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि जब से मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से लगातार देश के संघीय ढांचे पर प्रहार किया जा रहा है. जिस तरह से दूसरे दलों के विधायकों का दल बदल कराया जा रहा है, वह चिंता का विषय है. उन्होंने (भाजपा) यह काम झारखंड से शुरू किया. उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा ने जेवीएम (पी) के विधायकों का दल बदल कराया. भाजपा ने असम और बिहार में भी दूसरे दलों के नेताओं को अपने पाले में लाने का प्रयास किया. मोदी सरकार की नीतियों पर प्रहार करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वे गांव, गरीबों और किसानों की बात करते हैं लेकिन केवल कारपोरेट के लिये काम करते हैं.
नीतीश के साथ काम करने को कांग्रेस तैयार : दिग्विजय
इससे पहलेहालहीमें कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहाथा कि वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए उनकी पार्टी जदयू के नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ मिल कर काम करने को तैयार है. नीतीश कुमार ने अगले लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस और वामदल सहित पार्टियों के बीच ‘सबसे बड़ी संभावित एकता’ का आह्वान सोमवार को किया था.
कांग्रेस महासचिव सिंह ने इस पर बुधवार को सकारात्मक प्रतिक्रिया दी. यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर नीतीश के साथ काम करने को तैयार है, सिंह ने कहा, नि:संदेह हां. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने यहां समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘हम चाहते हैं कि यह देश धर्मनिरपेक्ष रहे. पूरी आबादी के लिए एक तरह का जवाबदेह और जिम्मेदार रहे न कि केवल एक वर्ग के लिए हो.