पटना/समस्तीपुर :मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार नेशुक्रवार को कहा कि शराबबंदी को लेकर बिहार देश में रोल माॅडल बन गया है. शराबबंदी से सूबे में सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद पड़ गयी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को समस्तीपुर जिले के मोरवा में बाबा केवल नाथ मेले का उद्घाटन करते हुए कहा कि शराबबंदी के जरिये बिहार ने देश को नयी रोशनी दी है.
दूसरे राज्यों की आेर भी जाने लगी है शराबबंदी की भावना
सीएम नीतीश ने कहा कि शराबबंदी की भावना बिहार की सीमा से निकल कर दूसरे राज्यों की ओर जाने लगी है. झारखंड और यूपी के बाद तमिलनाडु और महाराष्ट्र से भी आवाजें उठने लगी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड और यूपी की महिलाओं के समूह ने हमको आमंत्रण दिया है कि हमारे यहां शराबबंदी लागू करवाएं. तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने वाला है. वहां डीएमके नेता करुणानिधि के साथ-साथ एआइडीएमके नेता जयललिता भी घोषणा कर चुकी हैं कि यदि उनकी सरकार बनी तो उनके यहां भी पूर्ण शराबबंदी लागू होगी.
एक करोड़ 19 लाख लोगों ने न शराब पियेंगे और न पीने देंगे पर हस्ताक्षर कर शपथ पत्र जमा किया है. नौ लाख जगहों पर नारे लिखे गये. उन्होंने कहा कि पुलिस एवं उत्पाद विभाग के अधिकारी अपना काम करते रहेंगे. सबसे जबरदस्त काम महिलाओं और बच्चों ने शराबबंदी के लिए माहौल बना कर किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को फिर से गौरवशाली बनाना है, इसे गौरव के शीर्ष पर पहुंचाना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के बाद बिहार सरकार को सालाना चार हजार करोड़ रुपये का राजस्व नहीं मिलेगा, इसकी मुझे परवाह नहीं है. मुझे लगता था कि यह धंधा अनैतिक है.
नीतीश कुमार ने कहा कि शराब के पैसे का सदुपयोग अच्छे कार्यों में होगा. लोगों को अच्छा भोजन मिलेगा, बच्चों को दूध और अच्छे कपड़े मिलेंगे. बिहार से कुपोषण दूर होगा. बिहार उदाहरण बनेगा. बिहार का विकास होगा, इससे सरकार को टैक्स मिलेगा. उन्होंने लोगों से संकल्प दिलवाया कि बेहतर बिहार बनाने को आज हम संकल्प लें कि न हम शराब पियेंगे और न किसी का पीने देंगे.
सीएम ने नियमित शराब पीनेवालों को शराब नहीं पीने से तबियत बिगड़ने पर नशामुक्ति केंद्र में भेजने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि शराब नहीं पीनेवालों को कौन लोग जाकर भड़का रहा है और कौन-सा नशीला चीज खिला रहा है, इस पर भी ध्यान रखने की जरूरत है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल बहुत सारे लोग पासी समाज को ताड़ी को लेकर भड़का रहे हैं. एक साल बाद पासी समाज के लोग सूर्योदय के पहले ताड़ के रस नीरा उतारेंगे. हर तरह के ताड़ के उत्पाद को निकाल कर व्यवसाय करेंगे. इससे उनकी आमदनी दो से तीन गुनी बढ़ जायेगी. उन्होंने कहा कि आज समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो चाहते हैं कि पासी समाज के लोग जिंदगी भर ताड़ी उतारते रहे. उन्होंने कहा कि हम सब मिल कर नशामुक्त बिहार बनायेंगे और देश को नशामुक्त करेंगे.
शराबबंदी के बावजूद नशा के लिए कोरेक्स और फैंसीड्रिल कफ सिरप पीनेवालों के लिए बुरी खबर है. राज्य सरकार जल्द ही कोरेक्स और फैंसीड्रिल सिरप की बिक्री पर रोक लगायेगी. संभावना जतायी जा रही है कि इस तरह की उन दवाओं की बिक्री पर भी रोक लगाने का आदेश जल्द जारी किया जायेगा, जिनमें आवश्यकता से अधिक अल्कोहल होगा.