पटना : जनता दल यूनाइटेड ने अपने एलटीसी घोटाले में फंसे अपने राज्यसभा सांसद अनिल साहनी को नोटिस जारी किया है. उल्लेखनीय है कि परसों ही राज्यसभा के सभापति व उपराष्ट्रति हामिद अंसारी ने अनिल साहनी के खिलाफ मुकदमा चलाने की सीबीआइ को मंजूरी दे दी थी. जिसके बाद अनिल साहनी ने खुद पर लगे आरोपों को निराधार व गलत बताया था. साहनी राज्यसभा का पद छोड़ने से भी इनकार कर चुके हैं.साहनी को नोटिस जदयू महासचिव केसी त्यागी ने जारी किया है.
यह मेरे खिलाफ षड्यंत्र है : साहनी
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के दूसरी बार राज्यसभा सांसद चुने गये साहनी नेपूर्व में समाचारएजेंसी पीटीआइ ने कहा था कि यह मेरे खिलाफ षड्यंत्र है. मैं नैतिक आधार पर इस्तीफ क्यों दूं जब मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है. राज्यसभा सभापति हामिद अंसारीद्वारा केंद्रीयजांच एजेंसी को जदयू सांसद अनिल साहनी के खिलाफ मामला चलाने को सीबीआइ को मंजूरी देने के बाद यह बयान आया था. सीबीआइ ने साहनी के खिलाफ एलटीसी घोटाले में कथित धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के लिए आरोपपत्र दायर किया है.
साहनी के अलावा अन्य लाेगों के भी नाम
सीबीआइ के आरोपपत्र में साहनी के अलावा जिन अन्य का नाम है उनमें दिल्ली स्थित एयर क्रूज ट्रैवेल्स प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी अनूप सिंह पंवार, एयर इंडिया के तत्कालीन अधीक्षक :यातायात: एन एस नायर और एक अरविंद तिवारी शामिल हैं. राज्यसभा और लोकसभा सांसदों को एक वर्ष में उनके, उनके परिवार के सदस्यों एवं सहयोगियों की घरेलू यात्रा के लिए 34 मुफ्त हवाई टिकट मिलते हैं. आरोप है कि बिना यात्रा किये फर्जी बिल के जरिये आर्थिक लाभ हासिल किया गया. वहीं, साहनी ने कहा है कि उन्होंने 2013 में एलटीसी गिरोह के संबंध में दो बार अधिकारियों का ध्यान खींचा था.