कार्रवाई: नाबालिग नौकरानी को प्रताड़ित करने के मामले में आज कोर्ट में पेश होगी पीड़िता, एसडीओ परिवार समेत फरार
पटना : समनपुरा के मक्का टावर में नाबालिग नौकरानी को प्रताड़ित किये जाने के मामले में एफआइआर दर्ज होने के बाद जयनगर के एसडीओ गुलाम मुस्तफा अंसारी अपने परिवार के साथ फरार हो गये हैं. पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए आवास पर दबिश दी है. वहीं लड़की का पुलिस पदाधिकारियों तथा लेबर कोर्ट ने बयान […]
पटना : समनपुरा के मक्का टावर में नाबालिग नौकरानी को प्रताड़ित किये जाने के मामले में एफआइआर दर्ज होने के बाद जयनगर के एसडीओ गुलाम मुस्तफा अंसारी अपने परिवार के साथ फरार हो गये हैं. पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए आवास पर दबिश दी है. वहीं लड़की का पुलिस पदाधिकारियों तथा लेबर कोर्ट ने बयान लिया है. लड़की के शरीर पर मिले चोट के निशान और मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद केस को प्रथम दृष्टया सही माना गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. वहीं लड़की को अभी गायघाट में निशांत गृह भेज दिया गया है.
रविवार को नाबालिग लड़की की मां और उसकी मामी शास्त्रीनगर थाने पहुंची थी. वहां पता चला कि लड़की को निशांत गृह भेज दिया गया है. इसके बाद दोनों निशांत गृह पहुंच कर घटना के बारे में जाना. पुलिस का कहना है कि अभी लड़की को परिवार वालों को हैंड ओवर नहीं किया गया है. उसका कोर्ट में 164 का बयान होना बाकी है. सीनियर ऑफिसर के निर्देश मिलने पर शास्त्री नगर थाने की पुलिस लड़की को बयान के लिए कोर्ट में सोमवार को पेश कर सकती है.
घटना की गवाही दे रहा चोट का निशान : मेडिकल रिपोर्ट और पुलिस पदाधिकारियों के सामने हुए लड़की के बयान से घटना सही मानी जा रही है. चोट देखने से साफ है कि उसे प्रताड़ित किया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. वहीं गिरफ्तारी के लिए एसडीओ के आवास पर पुलिस ने दबिश दी है.
बच्चे भी डंडे से पीटते थे : गौरतलब है कि समनपुरा के मक्का टावर में फ्लैट संख्या 402 में रह रहे एसडीओ गुलाम मुस्तफा, उनकी पत्नी और बच्चों पर पुलिस ने शनिवार को केस दर्ज किया था. एसडीओ और उनके परिवार पर नाबालिग लड़की से घर में काम कराने तथा बुरी तरह से प्रताड़ित करने का आरोप है. छोटी-छोटी बात पर एसडीओ व उनकी पत्नी ही नहीं, बल्कि बच्चे भी नाबालिग लड़की को डंडे से पीटते थे.
एसडीओ के खिलाफ श्रम विभाग का नोटिस : इस मामले में श्रम विभाग ने जयनगर के एसडीओ के खिलाफ दो नोटिस जारी किया है. श्रम विभाग के अधीक्षक रणवीर नंदन ने बताया कि बाल मजदूरी कराने के कारण 20 हजार और 13 हजार रुपये का नोटिस नियोजक के खिलाफ जारी किया गया है. बचपन बचाओ आंदोलन के सदस्य अनिल कुमार की संयुक्त उपस्थिति में बाल मजदूर का बयान दर्ज कराया गया.