चढ़ता पारा, गिरती सेहत
गरमी का कहर : अस्पतालों में डायरिया, लू, उलटी, दस्त के मरीज बढ़े 15 दिनों में पीएमसीएच व गर्दनीबाग मिला कर 820 मरीज डायरिया व लू के आये पटना : लगातार बढ़ती गरमी ने लोगों को बीमार करना शुरू कर दिया है. शहर के सराकरी और प्राइवेट अस्पतालों में डायरिया और लू से पीड़ित मरीजों […]
गरमी का कहर : अस्पतालों में डायरिया, लू, उलटी, दस्त के मरीज बढ़े
15 दिनों में पीएमसीएच व गर्दनीबाग मिला कर 820 मरीज डायरिया व लू के आये
पटना : लगातार बढ़ती गरमी ने लोगों को बीमार करना शुरू कर दिया है. शहर के सराकरी और प्राइवेट अस्पतालों में डायरिया और लू से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. पीएमसीएच और गर्दनीबाग अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से गरमी जनित बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गयी है.
इन दोनों अस्पतालों में पिछले 15 दिनों में 820 ऐसे मरीज भरती हुए जो उलटी-दस्त या लू से पीड़ित थे. पीएमसीएच ओपीडी के डॉक्टरों ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन 150 से 200 के बीच मरीज आ रहे हैं. इनमें से 40 मरीज गरमी जनित बीमारी के आ रहे हैं. पिछले 15 दिनों में गरमी की मार झेलनेवाले 600 मरीज पीएमसीएच में 220 मरीज गर्दनीबाग अस्पताल में पहुंच चुके हैं.
अस्पतालों का बुरा हाल, ओआरएस तक नहीं : एक ओर गरमी का कहर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों का हाल बुरा है. स्थिति यह है कि पीएमसीएच जैसे अस्पताल में भी ओआरएस तक नहीं है. स्लाइन की बोतलें कभी होती हैं कभी नहीं होती हैं.
दस्त और उलटी की दवाएं भी मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ती है. नालंदा मेडिकल काॅलेज अस्पताल व गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में भी यही स्थिति रही और मरीजों को बाहर से दवा लेनी पड़ी.
खूब लें लिक्विड, न होने दें शरीर में पानी की कमी
पटना : पीएमसीएच के शिशु विभाग के एचओडी डॉ एके जयसवाल ने बताया कि गरमी आते ही डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ जाती. खासकर, बच्चे डायरिया की चपेट में अधिक आते हैं. उन्होंने बताया कि गरमी में लिक्विड भरपूर मात्रा में लेनी चाहिए. शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें और साफ-सफाई पर ध्यान दें.
सामान्य से छह डिग्री ऊपर अधिकतम तापमान
गरमी की मार झेल रहे लोगों की कष्ट मंगलवार को और भी बढ़ गया. राजधानी पटना में अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन का रिकॉर्ड है. पटना का तापमान सामान्य से छह डिग्री ऊपर है. इससे लू की आशंका बढ़ गयी है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मंगलवार को पटना में दोपहर 12:30 बजे ही अधिकतम तापमान 41 डिग्री के पार जा चुका था. शाम होते-होते यह 42.9 डिग्री तक पहुंच गया. फिलहाल अभी तीन दिनों तक तापमान में इसी तरह से बढ़ोतरी होगी. गया का तापमान भी सामान्य से पांच डिग्री ऊपर पहुंच कर 44.2 डिग्री तक पहुंच गया है.
तपिश के साथ ऊमस
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अभी देर रात पुरवा व पछुआ दोनों हवा एक साथ चल रही हैं. ऐसे में ऊमस बढ़ गयी है और लोगों को चिपचिपी गरमी परेशान कर रही है. बाहर निकलते ही शरीर से तुरंत पसीना निकलने लगता था.
स्कूली बच्चे बेहाल
सुबह छह से सात बजे तक बस स्टैंड पर खड़े छोटे बच्चों को गरमी से परेशान होना पड़ा. उसके बाद बस या ऑटो में धूप की तपिश को झेलते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे. जब छुट्टी हुई, तो उस वक्त का पारा 41 डिग्री पार हो चुका था.
लूपीड़ितों के लिए विशेष इंतजाम का निर्देश
पटना : आपदा प्रबंधन विभाग ने भीषण गरमी से परेशान और लूपीड़ितों के लिए अस्पतालों में विशेष इंतजाम का निर्देश दिया है. निर्देश में कहा गया है कि आने वाले समय में गरमी की परेशानी और बढ़ने की आशंका है और जून तक गरमी की परेशानी बनी रहेगी. ऐसे में लू और गरमी से लोग बीमार होंगे. इसके लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, रेफरल अस्पतालों, सदर अस्पतालों, अनुमंडलीय अस्पतालों, मेडिकल काॅलेजों-अस्पतालों में विशेष व्यवस्था का निर्देश दिया गया है. विभागीय प्रधान सचिव व्यास जी ने सभी जिलों के डीएम और प्रमंडलीय आयुक्तों को जारी निर्देश में कहा है कि सभी अस्पतालों में ओआरएस, आइभी फ्लूड और अन्य जीवनरक्षक दवाओं के इंतजाम किया जाये. गरमी से अत्यधिक पीड़ितों के लिए अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया जाये.
लू से पीड़ित बच्चे, बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान रखा जाये. उन्होंने कहा है कि सरकारी नलों के समीप पशु-पक्षियों के पानी पीने के लिए गड्ढा और पानी का इंतजाम किया जाये. निर्देश में कहा गया है कि सभी स्कूलों में पेयजल का इंतजाम किया जाये. मनरेगा के तहत तालाबों, आहर आदि की खुदाई में तेजी लायी जाये ताकि ऐसी जगहों पर जमा होने वाले पानी से पशुओं और पक्षियों को राहत मिलेगी.
ऐसे करें बचाव
गरिष्ठ भोजन खाने से बचें
कच्चे या बिना पके भोजन जैसे खुले में बिकनेवाले सलाद इत्यादि खाने से परहेज करें
खाने से पहले फल-सब्जियों को अच्छी तरह धो लें क्योंकि इनमें लार्वा, कीड़े या धूल-मिट्टी होते हैं
भूख से थोड़ा कम खाएं, गरमी में पाचन शक्ति कुछ कम हो जाती है
इमली, टमाटर, नीबू, छाछ या कोकम का सेवन करें
अदरख, लहसुन, सोंठ, काली मिर्च, हल्दी, हींग, जीरा जैसे खाद्य पदार्थ पाचन को मजबूत करते हैं
भिंडी, लौकी, भूना बैंगन, करेला के अलावा तरबूज, खरबूज, संतरा और नीबू भी डायरिया से बचाव करते हैं
पुदीने की पत्तियों का सेवन करें
दूध और पनीर जैसे डेयरी उत्पादों का इस्तेमाल कम करें, दही फायदेमंद होता है