पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार में पिछले साल महागंठबंधन के सत्ता में आने के बाद से अपराध के ग्राफ में वृद्धि होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी राष्ट्रीय महात्वाकांक्षाओं की कीमत पर बिहार में सुशासन की अनदेखी कर रहे हैं. पत्रकारों से सुशील ने कहा कि पिछले साल से महागठबंधन सत्ता के आने के बाद से बिहार में अपराध के ग्राफ में बढोतरी हुई है. अपराधी हत्या सहित अन्य अपराध को अंजाम दे रहे हैं. यहां तक की अदालत परिसर भी इससे अब अछूता नहीं रहा.
तेजस्वी को बना दें मुख्यमंत्री-सुशील
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या तो प्रदेश में विधि व्यवस्था और सरकार की जिम्मेदारी को निभायें या फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी को त्यागकर पूरे तौर पर अपने राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा को पूरा करें, जिसके लिए प्रदेश की जनता ने उन्हें अपार बहुमत दिया. नीतीश कुमार नीत बिहार की पिछली राजग सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे सुशील ने नीतीश को सुझाव दिया कि अगर वे अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा को अधिक महत्व देते हैं तो ऐसे में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पक्ष में मुख्यमंत्री पद छोड़ दें.
बिहार पुलिस पर अतिरिक्त बोझ
उन्होंने मुख्यमंत्री पर बिहार की पुलिस को पूर्ण शराबबंदी लागू करने का अतिरिक्त कार्य थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश पुलिस पहले से गिरती विधि व्यवस्था को ठीक करने के कार्य के बोझ से दबी हुई है. सुशील ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के साथ आर्मी कैंटीन में शराब और तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगाये जाने की मांग की.
संघ के कार्यक्रम में आते थे नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘संघ :आरएसएस: मुक्त’ भारत का आह्वान किये जाने पर 13 मई 2006 में मुख्यमंत्री के आरएसएस संस्थापक एम एस गोवलकर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने से संबंधित तस्वीरें जारी की.