किसके बूते पीएम बनने के सपने देख रहे हैं नीतीश कुमार : मोदी
पटना : जो नीतीश कुमार अपने बल पर कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाए और जिनका बिहार से बाहर कोई आधार नहीं है, वे किसके बूते पीएम बनने के सपने देख रहे हैं? वे तीन बार भाजपा के समर्थन से और इस बार लालू प्रसाद के समर्थन से मुख्यमंत्री बने हैं. उक्त बातें गुरुवार को पूर्व […]
पटना : जो नीतीश कुमार अपने बल पर कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाए और जिनका बिहार से बाहर कोई आधार नहीं है, वे किसके बूते पीएम बनने के सपने देख रहे हैं? वे तीन बार भाजपा के समर्थन से और इस बार लालू प्रसाद के समर्थन से मुख्यमंत्री बने हैं.
उक्त बातें गुरुवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कही. उन्होंने कहा है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से अपनी पुरानी खुंदक निकालने के लिए प्रधानमंत्री–पद की दावेदारी के लिए नीतीश कुमार का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री को खुशफहमी में रखने और राहुल गांधी को चिढ़ाने के लिए लालू एक तीर से दो शिकार कर रहे हैं. राहुल गांधी ने चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को कभी मिलने का समय नहीं दिया. उन्होंने सजायाफ्ता को राहत देने वाले यूपीए सरकार के फैसले की कापी फाड़ कर लालू प्रसाद को झटका दिया था.
यह राहुल के समर्थन का दबाव ही था कि लालू प्रसाद को जहर का घूंट पीकर महागंठबंधन में नीतीश कुमार को नेता मानना पड़ा था. कांग्रेस से सौदेबाजी की ताकत बढ़ाने और मीडिया में बने रहने के लिए खुद को 2019 का पीएम–कैंडिडेट बना कर पेश कर रहेकांग्रेस उपाध्यक्ष ने लालू प्रसाद को कभी अपने मंच पर चढ़ने नहीं दिया. वहीं, नीतीश कुमार कांग्रेस से सौदेबाजी की ताकत बढ़ाने और मीडिया में बने रहने के लिए खुद को 2019 का पीएम–कैंडिडेट बना कर पेश कर रहे हैं.
लालू प्रसाद अगर सजायाफ्ता न होते, तो वे कभी भी नीतीश की दावेदारी का समर्थन नहीं करते.अपने बल पर मुख्यमंत्री बनने वाले मुलायम सिंह यादव, मायावती, ममता बनर्जी और नवीन पटनायक जैसे नेताओं के मुकाबले नीतीश कुमार का कद काफी छोटा है. लालू प्रसाद को भी पता है कि नीतीश कुमार कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते.