79 वर्षीय महिला ने मदद के लिए लगाई गुहार तो सीआरपीएफ के जवानों ने घर पहुंच कर की ड्रेसिंग
लॉकडाउन के 25वें दिन सीआरपीएफ 132 बीएन कंट्रोल रूम में मदद के लिए फोन किया गया. यह फोन छज्जुबाग इलाके की रहने वाली 79 वर्षीय की चिनम्मा एपेन का था, जिन्होंने चिकित्सा सहायता का अनुरोध किया.
पटना : लॉकडाउन के 25वें दिन सीआरपीएफ 132 बीएन कंट्रोल रूम में मदद के लिए फोन किया गया. यह फोन छज्जुबाग इलाके की रहने वाली 79 वर्षीय की चिनम्मा एपेन का था, जिन्होंने चिकित्सा सहायता का अनुरोध किया. लॉकडाउन से पहले महिला का फीमर फ्रैक्चर के लिए ऑपरेशन किया गया था और उसे जांघ के पार 30 मेटैलिक स्टेपल लगाये गये थे. पांच दिन पहले स्टेपल को हटाया जाना था, लेकिन सख्त लॉकडाउन में वह असहाय हो गयी.
बुजुर्ग होने के नाते और कमजोर स्वास्थ्य के कारण उन्हें कोरोनो वायरस संक्रमण का खतरा भी था. मामले का संज्ञान लेते हुए और इसके मानवीय पहलू को प्राथमिकता देते हुए कमांडेंट (सीसीडी) डीपी भारद्वाज ने 72 बीएन के डॉ विवेकानंद एसएमओ को कोविड 19 एक्सपोजर रोकथाम के लिए दिशा-निर्देशों के दायरे में जरूरतमंदों की मदद करने के लिए 131 बीएन के साथ मिल कर मदद करने को कहा. दिये गये पते पर डॉ विवेकानंद ने पूरी सावधानी बरतते हुए (पीपीइ किट, दस्ताने, टोपी, मास्क और जूता कवर पहने हुए) महिला की जांच की.
सीआरपीएफ के जवान अपने साथ लाये उपकरणों की मदद से स्टेपल को हटाकर घाव की ड्रसिंग की गयी. साथ ही इसके देखभाल के लिए उचित परामर्श भी दिया गया. यही नहीं डॉ विवेकानंद ने चिनम्मा को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने में भी मदद की और इसके उपयोगों के बारे में भी बताया गया. समय पर उपचार मिलने पर और बिना शर्त मदद के लिए सीआरपीएफ 131 बीएन के प्रति आभार व्यक्त किया.
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में कोरोना वायरस से संक्रमण का एक नया मामला सामने आने के बाद प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 86 हो गयी है. कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों की मौत हो चुकी है. दरअसल, राजधानी पटना के खाजपुरा इलाके की एक 32 वर्षीय महिला में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. इसके साथ ही बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या 86 और पटना जिले की संख्या कुल सात हो गयी है. महिला एम्स पटना में भर्ती है.