कब कम होगी परेशानी: सुखद सफर की आस बन रहा दर्द-ए- सफर

पटना सिटी: महात्मा गांधी सेतु व एनएच पर लग रहे जाम का सिलसिला सोमवार को भी कायम रहा. नौ दिनों से रुक-रुक कर लग रहे जाम की वजह से यात्रियों के रोजमर्रा का गणित बिगड़ गया है. खासतौर पर दैनिक यात्रियों, स्कूली बच्चों व ट्रेन पकड़ने के लिए पटना आनेवालों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2016 7:21 AM
पटना सिटी: महात्मा गांधी सेतु व एनएच पर लग रहे जाम का सिलसिला सोमवार को भी कायम रहा. नौ दिनों से रुक-रुक कर लग रहे जाम की वजह से यात्रियों के रोजमर्रा का गणित बिगड़ गया है. खासतौर पर दैनिक यात्रियों, स्कूली बच्चों व ट्रेन पकड़ने के लिए पटना आनेवालों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है. यूं तो महात्मा गांधी सेतु व राष्ट्रीय उच्च पथ की हर दिन लगनेवाले जाम यात्रियों की आदत में शुमार हो गया. नतीजतन सुखद सफर की आस यात्रियों को दर्द-ए-सफर बना रहा है.
सुबह और शाम को समस्या गंभीर
सुबह व शाम एनएच व गांधी सेतु जाम की समस्या गंभीर हो जाती है क्योंकि यात्री वाहनों व लग्नवाले वाहनों का दवाब बढ़ जाता है. इससे जाम की समस्या गंभीर हो जाती है. सेतु पर वन वे परिचालन स्थल पाया संख्या संख्या 46 से 38 के बीच में परिचालन एक लेन हाजीपुर से पटना आनेवाले मार्ग पर होता है. इस कारण वन वे परिचालन स्थल से लेकर जीरो माइल बड़ी पहाड़ी मोड़ के बीच जाम की समस्या बनी थी. यही स्थिति एनएच पर भी थी.

एनएच पर पूरब में दीदारगंज चेकपोस्ट तक व पश्चिम में नंदलाल छपरा तक जाम की स्थिति सुबह नौ बजे से एक बजे तक व शाम में चार बजे से छह बजे तक बनी थी. थानाध्यक्ष फारुख हुसैन ने बताया कि दोपहर को वाहनों का प्रेशर थोड़ा कम था, इस वजह से रोके गये ट्रकों व मालवाहक वाहनों को तेजी से आगे निकाला गया, ताकि लोगों को राहत मिल सके.
कारगर नहीं सीसीटीवी कैमरा
महात्मा गांधी सेतु पर ओवरटेक करने और जहां-तहां भारी वाहनों को खड़ा करनेवाले चालकों पर कार्रवाई के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे.
कैमरे को कंट्रोल रूम से जोड़ा गया था ताकि नियम-कानून तोड़ कर परिचालन करनेवाले वाहनों की हरकत
कैमरे में कैद हो जाये. इसके बाद उनकी परमिट तत्काल रद्द कर चालक भी दंडित किया जाये, जो कारगर नहीं हो पाया. फिलहाल इसे लेकर प्रशासन सतर्क है.
गरम हवा, सूखी गरमी से अभी निजात नहीं
पटना. बिहार में 18 से 25 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गरम हवा चली है, जिसमें बिल्कुल नमी नहीं है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक यह सूखी गरमी है, जो मंगलवार को भी रहेगी. यह गरमी लोगों को कब बीमार कर देगी, यह नहीं कहा जा सकता है. साेमवार को पूरे बिहार का पारा 40 डिग्री से ऊपर रहा है और अगले चार दिनों तक इस गरमी से छुटकारा मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है. बिहार, बंगाल, झारखंड, यूपी कहीं से भी कोई ऐसा सिस्टम तैयार नहीं हो रहा है, जिससे गरमी कम हो सके. ऐसे में जरूरतमंद लोग ही घर से बाहर निकल रहे हैं.
सुबह में राहत, दिन चढ़ते ही आफत : सोमवार की सुबह छह बजे तक जो हवा बह रही थी, उसे महसूस करने के बाद ऐसा लग रहा था कि आज तापमान में गिरावट होगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और नौ बजे के पहले पटना पूरी तरह से गरम हो गया. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक हवा की रफ्तार 18 से 25 किलो मीटर प्रति घंटा है और यह रफ्तार मंगलवार को और बढ़ सकती है. इस हवा में नमी नहीं होगी, लेकिन धूल के कण बहुत होंगे, जिससे लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो जायेगा. हवा गरम होगी और इसकी चपेट में आने लोग लू के शिकार हो सकते हैं. ऐसे में हर व्यक्ति को बुधवार की सुबह तक खुद को जागरूक बना कर रखना है, ताकि वह लू की चपेट में नहीं आये.
जिस तरह से हवा में नमी गायब हो गयी है. उसे देख मौसम वैज्ञानिक काफी परेशान हैं. उनको यह महसूस हो रहा है कि नमी नहीं आयी, तो बच्चों के हलक सूखने लगेंगे. यही वजह है कि स्कूल से घर पहुंचने के दौरान बच्चों की मानसिक स्थिति काफी खराब रहती है. स्कूल बस से उतरने के बाद बच्चे घर तक पहुंचने में कांप जाते हैं.

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