खुद पीड़ितों से मिले और दिये निर्देश

डीआइजी ने की महिला थाने के लंबित मामलों को निबटाने की कोशिश पटना : महिला थाने की ओर से कार्रवाई नहीं किये जाने की आ रही शिकायतों को लेकर लंबित मामलों को निबटाने के लिए बुधवार को डीआइजी शालीन ने खुद पहल की. उन्होंने शिकायतकर्ताओं को महिला थाने के माध्यम से अपने कार्यालय कक्ष में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2016 7:04 AM
डीआइजी ने की महिला थाने के लंबित मामलों को निबटाने की कोशिश
पटना : महिला थाने की ओर से कार्रवाई नहीं किये जाने की आ रही शिकायतों को लेकर लंबित मामलों को निबटाने के लिए बुधवार को डीआइजी शालीन ने खुद पहल की. उन्होंने शिकायतकर्ताओं को महिला थाने के माध्यम से अपने कार्यालय कक्ष में बुलवाया और उनकी शिकायतों को सुना.
शिकायत सुनने के बाद उन्होंने महिला थानाध्यक्ष नीलमणी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. इसके पूर्व उन्होंने महिला पुलिस अधिकारी सिटी एसपी पूर्वी शायली धूरत, प्रोबेशनर आइपीएस निधि रानी व प्रोबेशनर डीएसपी वंदना को भी बुलाया था और उन्हें भी अलग-अलग टास्क दिये.
उन्होंने कहा कि एक युवती काफी दिनों से महिला थाने की दौड़ लगा रही थी. उसने यह शिकायत की थी कि विशाखापत्तनम में काम करनेवाले इंडियन नेवी के कर्मी ने उसके साथ शादी के नाम पर शोषण किया है. इस संबंध में गिरफ्तारी वारंट से लेकर अन्य प्रक्रिया भी हो चुकी है.
लेकिन, पुलिस की टीम वहां उसे पकड़ने नहीं जा रही हैं. इस पर डीआइजी ने महिला थानाध्यक्ष को एक टीम बना कर वहां भेजने का निर्देश दिया और की गयी कार्रवाई की रिपोर्ट जल्द-से-जल्द देने का निर्देश दिया. डीआइजी ने इस संबंध में इंडियन नेवी कार्यालय को भी पत्राचार से जानकारी देने का निर्देश दिया.
महिला थाने में लंबित है 105 मामले : एक युवती की शिकायत थी कि शादी के नाम पर युवक मनीष ने शारीरिक संबंध बनाया और अब शादी से इनकार कर रहा है.
डीआइजी ने तुरंत ही उसे पकड़ने का निर्देश दिया. इसके अलावा भी कई पीड़िता पहुंची थी, जिन्होंने डीआइजी से शिकायत की और बताया कि महिला थाने का वे लोग चक्कर लगा कर थक चुकी है. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की गयी. डीआइजी ने उन तमाम मामलों में अग्रतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया और यह भी स्पष्ट कहा कि अगर कार्रवाई में कोताही हुई, तो फिर कार्रवाई तय है.
डीआइजी ने कुछ एेसी शिकायतों को गंभीरता से लिया, जिसमें पीड़ितों ने यह जानकारी दी थी कि महिला थाने के मुंशी द्वारा बदतमीजी की जाती है और सही तरीके से बात नहीं की जाती है. इस पर डीआइजी ने महिला थानाध्यक्ष नीलमणी की क्लास ली और उन्हें बताया कि इस तरह की शिकायत नहीं आनी चाहिए. महिला थाने में अभी 105 मामले लंबित है, जो एक लंबी फेहरिस्त है.

Next Article

Exit mobile version