अंडरग्राउंड नाले की उड़ाही नहीं, तो होगा जलजमाव
समीक्षा बैठक. बांकीपुर अंचल के 12 पार्षदों में से सिर्फ पांच ही हुए उपस्थित, विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा मेयर अफजल इमाम की अध्यक्षता में बांकीपुर अंचल में नाला उड़ाही व सफाई को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ. इसमें पार्षदों ने इलाके की समस्याओं को भी रखा. पटना : मॉनसून के दौरान जलजमाव की […]
समीक्षा बैठक. बांकीपुर अंचल के 12 पार्षदों में से सिर्फ पांच ही हुए उपस्थित, विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा
मेयर अफजल इमाम की अध्यक्षता में बांकीपुर अंचल में नाला उड़ाही व सफाई को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ. इसमें पार्षदों ने इलाके की समस्याओं को भी रखा.
पटना : मॉनसून के दौरान जलजमाव की समस्या नहीं हो इसके लिए वार्डों में चल रहे नाला उड़ाही कार्य में मजदूरों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही ध्वस्त चैंबरों को दुरुस्त करने की आवश्यकता है.
ये मुद्दे शुक्रवार को मेयर अफजल इमाम की अध्यक्षता में बांकीपुर अंचल में नाला उड़ाही व सफाई को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में उठाये गये. बैठक में यह भी कहा गया कि अगर अंडरग्राउंड नाले की उड़ाही नहीं की गयी तो मॉनसून में जलजमाव की समस्या को नहीं टाला जा सकेगा.
मेयर ने कहा कि मॉनसून के दौरान सबसे अधिक जलजमाव की समस्या बांकीपुर अंचल में ही होती है. नाला उड़ाही में कोताही नहीं बरतें. इसके साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था भी कर लें. इसके जवाब में अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि शिवम व सैदपुर दो बड़े नाले हैं जिनकी उड़ाही लगभग पूरी कर ली गयी है.
उमा सिनेमा से सैदपुर संप हाउस तक अंडरग्राउंड नाला है. वर्षों से इसकी उड़ाही नहीं की गयी है. अगर इस बार भी इसकी उड़ाही नहीं हुई तो जलजमाव की समस्या बनेगी. कार्यपालक पदाधिकारी ने डिसिल्टिंग मशीन भाड़े पर लेने का प्रस्ताव दिया. इस पर मेयर ने कहा कि प्रस्ताव दें, उसे स्वीकृत किया जायेगा.
मोटर की क्षमता अधिक होने से परेशानी
बैठक में कहा गया कि रामपुर और कृष्णा घाट स्थित संप हाउस में 240 व 125 केवी के मोटर लगे हैं. ये मोटर अधिक क्षमता के हैं और इस वजह से बारिश का पानी खींचने में दिक्कत होती है और दर्जनों इलाकों में जलजमाव की समस्या बन जाती है. इस पर मेयर ने कहा कि दोनों संप हाउस के मोटर की क्षमता कम करने के लिए प्रस्ताव दें, ताकि बीआरजेपी से बात कर समाधान निकाला जा सके.
इसके साथ ही मेयर ने कार्यपालक पदाधिकारी से कम से कम 15 जगहों पर प्याऊ लगाने का प्रस्ताव बनाने को कहा. उन्होंने कहा कि सबसे पहले पीएमसीएच के गेट पर प्याऊ लगाया जाये.
नौ बजे से पहले करें कचरा उठाव : बैठक में उपस्थित सफाई निरीक्षकों को सख्त निर्देश दिया कि अंचल के सभी प्रमुख सड़कों से नौ बजे से पहले कचरा उठाव सुनिश्चित करें. इसके साथ ही बड़े-बड़े कूड़ा प्वाइंटों पर सफाई मजदूर तैनात करें, ताकि नीचे गिरे कचरे को डस्टबीन में डाला जा सके.
मुख्य सफाई निरीक्षक राजकुमार ने बताया कि दो बड़े और तीन छोटे कॉम्पेक्टरों के माध्यम से रोजाना नियमित कचरा उठाव हो रहा है. अंचल के शत प्रतिशत कूड़ा प्वाइंटों से कचरा उठाव करने के साथ साथ चूना-ब्लीचिंग का छिड़काव किया जा रहा है.
बैठक में पार्षदों ने नहीं दिखायी रुचि : इस बैठक के प्रति अंचल के पार्षदों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखायी. इसमें वार्ड संख्या 40, 41, 42, 48 और 49 के पार्षद ही शामिल हुए. वहीं, वार्ड संख्या 38 के पार्षद के भाई बैठक में शामिल हुए थे. वहीं, वार्ड संख्या 36, 39, 43, 47, 50 व 51 के पार्षद नदारद दिखे.
बांकीपुर अंचल में अब तक औसतन 17.32 प्रतिशत ही नाला उड़ाही
सूबे में मॉनसून आगमन की अनुमानित तिथि 15 जून है. इससे पहले निगम क्षेत्र के शत प्रतिशत नालों की उड़ाही की जानी है. इसके बावजूद, बांकीपुर अंचल क्षेत्र में अबतक 17.32 प्रतिशत ही नाला उड़ाही कार्य किया गया है. हालांकि, अंचल क्षेत्र के सैदपुर नहर की उड़ाही सबसे पहले शुरू की गयी थी. इसका काम 96 प्रतिशत तक हो चुका है. अंचल क्षेत्र में एक अन्य बड़ा नाला शिवम है. इसकी उड़ाही का काम 48.5 प्रतिशत ही हुआ है.
मैनहोल व कैचपीट की स्थिति भी खराब
अंचल क्षेत्र में मैनहोल की संख्या 3268 है, जिसमें 697 मैनहोल की उड़ाही की गयी है. वहीं, 4456 कैचपीट हैं. इनमें से 925 की सफाई की गयी है. यही स्थिति खुले नालों की उड़ाही की भी है.
गौरतलब है कि बांकीपुर अंचल में सबसे ज्यादा जलजमाव की समस्या राजेंद्र नगर, कदमकुआं, सालीमपुर अहरा, नवल किशोर रोड, बाकरगंज, ठाकुरबारी पथ, बाजार समिति, संदलपुर आदि इलाकों में होती है. इसको लेकर अंचल प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पांच 22 एचपी के डीजल पंप व चार 10 एचपी के डीजल पंप को दुरूस्त कर रहा है.