बिहार : केंद्र के विशेष पैकेज को लेकर बनी समिति पर भाजपा ने उठाया सवाल
पटना : भाजपा ने बिहार विधानसभा सचिवालय के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज के तहत होने कार्यों की समीक्षा के लिये बनायी गयी समिति पर आज प्रश्न खड़ा किया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों […]
पटना : भाजपा ने बिहार विधानसभा सचिवालय के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज के तहत होने कार्यों की समीक्षा के लिये बनायी गयी समिति पर आज प्रश्न खड़ा किया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के दो सदस्यों ने कल उक्त समिति की बैठक का बहिष्कार किया था और वे जल्द ही उस समिति से त्याग पत्र दे देंगे.
बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील ने उक्त समिति का गठन ‘राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति’ के लिये किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह मामला विधानसभा सचिवालय के क्षेत्राधिकार के बाहर का है. उन्होंने संविधान की धारा- 246 का हवाला देते हुए कहा कि विधानसभा सचिवालय द्वारा गठित कोई भी कमेटी को केंद्र के रेल, विमानन, राष्ट्रीय राजमार्ग, पेट्रोलियम मंत्रालय आदि से जुड़ी योजनाओं एवं परियोजनाओं की निगरानी नहीं कर सकती है.
पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के समय आरा में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस प्रदेश के लिए 1.25 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज तथा केंद्र प्रायोजित अन्य लंबित योजनाओं के लिए 40000 करोड़ रुपये दिये जाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने गत 25 अप्रैल को उक्त समिति का गठन किया था.
जदयू, राजद, भाजपा, कांग्रेस और भाकपा माले की 11 सदस्यीय उक्त समिति की कल संपन्न हुई बैठक का बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार और भाजपा विधायक रामनारायण मंडल ने बहिष्कार किया था. सुशील मोदी ने कहा कि राज्य सरकार अगर चाहती है तो वह अपने ‘सात निश्चयों’ के तहत कार्यांन्वित की जाने वाली योजनाओं की निगरानी के लिए कमेटी का गठन कर सकती है.
पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले पांच सालों के सुशासन के कार्यक्रम के तहत सात निश्चयों की घोषणा की थी जिसके तहत 2.70 लाख करोड़ रुपये की लागत से घर-घर बिजली कनेक्शन, पाइप के जरिये जलापूर्ति, शौचालय एवं नालियों का निर्माण किया जाना है. सुशील मोदी ने कहा कि बिहार विधानसभा सचिवालय मुख्यमंत्री के नाम पर संचालित तीन दर्जन योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर कमेटी का गठन कर सकती है.
नीतीश पर साधा निशाना
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने की चर्चा को लेकर विरोधियों पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा. बिहार से बाहर लालू व नीतीश की कोई राजनैतिक हैसियत नहीं है. पीएम बनने का सपना महज सपना रह जायेगा.
कन्हैया का कार्यक्रम शराब माफिया के पैसे से हुआ
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि कन्हैया का कार्यक्रम शराब माफिया द्वारा प्रायोजित था.भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जेएनयु के छात्रसंध के अध्यक्ष कन्हैया कुमार का एसकेएम में आयोजित कार्यक्रम को शराब माफिया द्वारा फंडिंग की गयी थी. सीपीआई के पास इतना पैसा नहीं है कि वह एसकेएम में कार्यक्रम कर सके, नीतीश कुमार जिस कन्हैया कुमार को इतना चढ़ा रहे थे अब उससे किनारा करने लगे हैं. शराब के समर्थन में कन्हैया कुमार ने अपनी बात कही. वामपंथ समाप्त हो चुका है. हमलोगों ने वामपंथ के आतंक को भुगता है.