पटना: लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने नरेंद्र मोदी को देश के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते हुए कहा कि वह देश को तोड़नेवाले हैं. शुक्रवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गुलाम सरवर की जयंती पर आयोजित उर्दू दिवस समारोह में उन्होंने उर्दू को द्वितीय राजभाषा का दर्जा देने की वकालत करते हुए कहा कि इसके बगैर उर्दू भाषा समृद्ध नहीं हो सकती है.
सांसद प्रभुनाथ सिंह ने कहा कि कभी 17 फीसदी उर्दू भाषी सरकारी नौकरी में थे, आज इनकी संख्या सात फीसदी पर पहुंच गयी है. बगैर शिक्षा के उनकी तकदीर नहीं बदल सकती है.कार्यक्रम के आयोजक व विधान पार्षद प्रो गुलाम गौस ने वर्तमान सरकार को उर्दू विरोधी बताते हुए उसे सत्ता से हटाने का आह्वान किया. सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज के लोगों की स्थिति आज दलितों से भी बदतर हो गयी है.
पूर्व मंत्री रघुनाथ झा ने सरकार की उर्दू विरोधी नीति की आलोचना की. पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने कहा कि उर्दू को जब तक रोजगार की भाषा नहीं बनायेंगे, तब तक उसकी तरक्की संभव नहीं है. प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सरकार ने टीइटी परीक्षा में उर्दू भाषी छात्रों के साथ नाइंसाफी की है. इसके खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया जायेगा. विधान पार्षद तनवीर हसन ने कहा कि उर्दू को बदहाली की हालात में लाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है.
सांप्रदायिक ताकतों का पूरा नहीं होगा सपना : लालू
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने अस्वस्थता की वजह से दिल्ली से ही दूरभाष पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गुलाम सरवर नेता ही नहीं, हम सबके अभिभावक थे. उर्दू की तरक्की के लिए उन्होंने जितना किया, उतना किसी ने नहीं किया. आज सांप्रदायिक ताकतें दिल्ली की सत्ता पर काबिज होना चाहती हैं. उनका सपना पूरा नहीं होने देंगे. अल्पसंख्यक समाज के साथ नाइंसाफी हो रही है. उसके खिलाफ एकजुट होकर सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़नी होगी.