पटना : बाबा रामदेव और राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की मुलाकात सियासी हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है. रामदेव बाबा से मुलाकात के बाद लालू प्रसाद यादव ने मीडिया को कहा कि बाबा ने कईयों की दुकान बंद करा दी. इनसे सब जलते हैं ईर्ष्या करते हैं. लालू ने बाबा रामदेव की तारीफ की तो बाबा रामदेव ने भी आगामी योग सम्मेलन को लेकर लालू को आमंत्रण देने की बात कही. दोनों लोगों की मुलाकात के बाद बिहार के सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. बिहार के कई नेता इस मुलाकात के अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं.
बाबा ने मिलने की इच्छा जतायी थी-तेजस्वी
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि बाबा ने लालू यादव से मिलना चाहा था और लालू यादव का दरवाजा हमेशा खुला रहता है. तेजस्वी ने कहा कि बाबा अपने प्रोडक्ट के जरिये विदेशी प्रोडक्ट को टक्कर दे रहे हैं. यह एक औपचारिक मुलाकात थी और बाबा को कालाधन के मामले में अपना आंदोलन और तेज करना चाहिए.
लालू पर उम्र का असर-बीजेपी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंद किशोर यादव ने बाबा और लालू के मुलाकात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू यादव पर उम्र का असर पड़ने लगा है. लालू यादव को बहुत सारी बातें देर से समझ में आती हैं. बाबा से मिलने के बाद लालू के विचार बदल गए. राजनीति में भी लालू के विचार जरूर बदलेंगे.
जदयू नेताओं की प्रतिक्रिया
वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष के नेता श्याम रजक ने कहा कि रामदेव दलित विरोधी हैं इसलिए मैं उनका अंतिम क्षण तक विरोध करूंगा. जबकि जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि लालू यादव और बाबा रामदेव योग जैसे विषय को लेकर मिले हैं दोनों की मुलाकात का गलत मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए.