पटना : बिहार में पुलिस अपराध आंकड़ा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस दावे का समर्थन करता है कि अप्रैल के शुरू में राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद अपराध दर में करीब 27 प्रतिशत की कमी आयी है. राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से संकलित अपराधिक आंकड़े के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले अप्रैल के दौरान हत्या, फिरौती के लिए अपहरण, बलात्कार, डकैती, हथियार कानून, महिलाओं और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अत्याचार और दंगों जैसे जघन्य अपराधों में गिरावट प्रतिबिंबित होती है.
गौर हो कि नीतीश कुमार ने गत पांच अप्रैल को राज्य में शराब की बिक्री और खपत पर पूर्ण प्रतिबंध घोषित किया था जिसमें देशी, मसालेदार और भारत निर्मित विदेशी शराब भी शामिल है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एवं शराब बंदी लागू कराने के लिए नोडल अधिकारी आलोक राज ने आज पीटीआइ से कहा कि हत्या के मामले अप्रैल 2015 के 276 से घटकर अप्रैल 2016 में 206 हो गये जो कि 25.36 प्रतिशत की कमी है.
पुलिस मुख्यालय ने आंकड़े शराबबंदी लागू होने के बाद संबंधित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) की ओर से जमा रिपोर्ट के आधार पर संकलित किया है. आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2015 में कुल 12 व्यक्तियों का अपहरण फिरौती के लिए हुआ था जबकि यह संख्या इस वर्ष अप्रैल में कम होकर एक हो गयी. बलात्कार के मामले 112 से इस वर्ष अप्रैल मेंं कम होकर 59 रह गये, जो कि 47.32 प्रतिशत की गिरावट है.