ट्रकों की कतार से टूटी वाहनों की रफ्तार, लगा रहा जाम

पटना सिटी : बालू लदे ट्रकों की संख्या बढ़ने व यात्री वाहन को आगे निकालने के लिए पुलिस द्वारा रोके गये मालवाहक वाहनों व ट्रकों की कतार ने शनिवार को भी वाहनों की रफ्तार तोड़ दी. पहले से ही सेतु व एनएच पर वाहनों का दबाव कायम रहने की स्थिति में बीते 22 दिनों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2016 7:50 AM
पटना सिटी : बालू लदे ट्रकों की संख्या बढ़ने व यात्री वाहन को आगे निकालने के लिए पुलिस द्वारा रोके गये मालवाहक वाहनों व ट्रकों की कतार ने शनिवार को भी वाहनों की रफ्तार तोड़ दी. पहले से ही सेतु व एनएच पर वाहनों का दबाव कायम रहने की स्थिति में बीते 22 दिनों से लगातार जाम की स्थिति बनी है.
शनिवार को स्थिति यह थी कि सुबह करीब छह घंटे तक गांधी सेतु पर लगे जाम में वाहन रेंग रहे थे. इतना ही नहीं सेतु पर लगे जाम से एनएच भी बाधित था. मुसीबत यह है कि एक किलोमीटर की दूरी तय करने में आधा घंटे का समय लग रहा है. जाम के प्रति गंभीर पुलिस प्रशासन ने हस्तक्षेप कर वाहनों के परिचालन को दोपहर 12 बजे पटरी पर लाया. सेतु पर जाम में फंसे लोगों की परेशानी यह है यह है कि वह किसी रूट से वापस नहीं लौट नहीं सकते हैं.
सुबह छह बजे से लगा जाम
उत्तर बिहार को जोड़नेवाली लाइफ लाइन महात्मा गांधी सेतु पर सुबह छह बजे से ही जाम की समस्या बनने लगी थी. दरअसल पंचायत चुनाव व लग्न को लेकर घर व गांव जानेवालों की तादाद बढ़ने से वाहनों का दबाव अचानक बढ़ गया है.
सेतु के पाया संख्या 46 से 38 के बीच में परिचालन एक लेन हाजीपुर से पटना आनेवाले मार्ग पर होने के कारण जाम की समस्या गंभीर हो गयी थी. स्थिति यह थी कि वाहनों का काफिला रेंग रहा था. खासतौर पर यह स्थिति पटना से हाजीपुर जानेवाले मार्ग पर अधिक थी, जबकि हाजीपुर से पटना आनेवाले मार्ग पर वन वे के पास जाम में वाहन फंसे थे. ऐसे में वाहनों में सवार यात्री कैद की स्थिति में थे क्योंकि बीच सेतु पर फंसे जाम में लौटना दुश्वार था.
हालांकि, आलमगंज, अगमकुआं व यातायात थानाें की पुलिस ने जब सक्रियता दिखायी, तो वाहनों का परिचालन धीरे-धीरे पटरी पर आया, पर दबाव बढ़ते ही फिर वही स्थिति बन जाती. यह सिलसिला दिन भर कायम रहा.

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