रेलवे कर्मचारी दरबार में पहुंची महिला, कहा-काम के बदले मांग रहे घूस

पटना : शनिवार को रेलवे कर्मचारी दरबार में मौजूद रेलकर्मी उस समय ताज्जुब से भर गये, जब एक कर्मचारी 50 वर्षीय मालती देवी ने अपनी समस्या रखीं. उन्होंने इस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन से कहा कि उनका मेडिकल रिटर्न पैसा का फाइल दानापुर मंडल कार्यालय में सालों-साल से अटका है. लेकिन, काम कराने के एवज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2016 7:52 AM
पटना : शनिवार को रेलवे कर्मचारी दरबार में मौजूद रेलकर्मी उस समय ताज्जुब से भर गये, जब एक कर्मचारी 50 वर्षीय मालती देवी ने अपनी समस्या रखीं. उन्होंने इस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन से कहा कि उनका मेडिकल रिटर्न पैसा का फाइल दानापुर मंडल कार्यालय में सालों-साल से अटका है. लेकिन, काम कराने के एवज में वहां के बड़े बाबू 20 प्रतिशत की डिमांड कर रहे हैं, जबकि वे घूस नहीं देना चाहती है. क्योंकि वह चतुर्थवर्गीय कर्मचारी है आैर उसके घर में कमानेवाला दूसरा कोई नहीं है. मालती देवी ने आवेदन लिख कर आरोप लगाया कि इलाज के दौरान उसके दो लाख रुपये खर्च हो गये. लेकिन, चार साल बाद भी एक रुपया नहीं मिला.
रेलवे अधिकारियों पर अब नहीं भरोसा
राजेंद्रनगर टर्मिनल पर यह पहला मौका था, जब सैकड़ों की संख्या में मौजूद समूह ग और घ के कर्मचारी जुटे और अपनी समस्या लिखित में दर्ज करायी. इसी आरकेयू के महामंत्री एसके पांडे ने बताया कि रेलवे की कल्याण निरीक्षक अधिकारी के लापरवाही के चलते इतनी समस्या आ रही हैं. कर्मचारी समस्या के लिए बनाये गये निरीक्षक अपने चेंबर में बैठते नहीं और कर्मचारियों की समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं. यही वजह है कि रेल कर्मचारी दरबार लगाने की जरूरत पड़ रही है.
वहीं, यूनियन के शाखा मंत्री सुनील सिंह ने बताया कि 160 कर्मचारियों में से 70 कर्मचारियों के लिखित आवेदन स्वीकार किये गये. इनको दानापुर मंडल के डीआरएम ऑफिस में भेजा जायेगा. अगर 10 दिनों के अंदर समस्या का निबटारा नहीं किया गया, तो आंदोलन होगा. मौके पर युवा सचिव नीरज कुमार और एके शर्मा भी मौजूद थे.

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