पटना : लोजपा प्रमुख और केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार विधान परिषद में जदयू सदस्या मनोरमा देवी के पुत्र रॅाकी कुमार यादव के द्वारा गत 6-7 मई की रात्रि में आदित्य कुमार सचदेवा नामक युवक की गोली मारकर हत्या करने देने को ह्म्दय विदारक बताते हुए आज कहा कि बिहार में राष्ट्रपति शासनकाल लगाये जाने का यह उचित समय है. पटना में आज लोजपा के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और अपने सांसद पुत्र चिराग पासवान के साथ पत्रकारों से बातचीत करते हुए रामविलास ने कहा कि आदित्य की हत्या एक ह्म्दय विदारक घटना है और उनकी पार्टी लोजपा इस मामले को लेकर चुप नहीं बैठेगी.
प्रदेश में हत्याओं का दौर
रामविलास ने अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में पांच दिनों पूर्व किसलय नामक एक युवक की हत्या और महनार में एक युवक की हत्या का जिक्र करते हुए प्रदेश में आये दिन हत्या की घटनाएं घट रही हैं तथा एक पार्षद के पुत्र और उनके सरकारी अंगरक्षक द्वारा ऐसा किया जाना यह दर्शाता है कि ‘सैयां भये कोतवाल तो डर काहे का. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार पुलिस मुख्यालय स्तर के अधिकारी के स्वीकार करने के बावजूद कि सत्ता पक्ष के पार्षद के पुत्र के द्वारा आदित्य की हत्या की गयी पर राज्य सरकार इस मामले में केवल खानापूर्ति में लगी हुई है.
राष्ट्रपति शासन की जरूरत
रामविलास में बिहार में गिरती विधि व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते कहा कि इस प्रदेश में राष्ट्रपति शासनकाल लगाये जाने का यह उचित समय है तथा इसके लिए लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान कल नई दिल्ली में केंंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात कर उनसे इस आशय की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि वे आगामी 14 मई को गया जाकर मृतक युवक आदित्य के पीडित परिजनों से मुलाकात करेंगे.
हवा में उड़ रहे हैं नीतीश-लोजपा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 2019 के लोकसभा चुनाव के पूर्व गैर भाजपायी दलों को एकजुट करने तथा बिहार में पूर्णशराबबंदी लागू किए जाने के बाद उनके शराबबंदी को लेकर अन्य प्रदेशों का भ्रमण करने पर कटाक्ष करते हुए रामविलास ने कहा कि वे पहले बिहार को संभालें. बिहार में लगातार हत्याएं हो रही हैं तथा यह प्रदेश जल रहा है पर नीतीश कुमार ‘हवा’ में उड़ रहे हैं. केरल में चुनाव के मद्देनजर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के दौरे पर कटाक्ष करते हुए रामविलास ने भविष्यवाणी की कि वे :नीतीश: वहां एक भी सीट नहीं जीत पाएंगे और उनके सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी.
महागंठबंधन में फूट
उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व लोगों को पुरानी जनता पार्टी के विलय का सब्जबाग दिखाते रहे पर समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव उनसे अलग हो गये. रामविलास ने आरोप लगाया कि बाद में नीतीश ने राजद और जदयू के विलय की बात की, लेकिन वह भी संभव नहीं हो सका. हाल के दिनों में तीन दलों जदयू, बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोरचा :प्रजातांत्रिक: और अजित सिंह के दल रालोदा का विलय उन्हें :मरांडी और अजित: राज्यसभा का सदस्य बनाये जाने की ‘घूस’ देकर करने की कोशिश में लगे हुए थे, पर उन्हें इसमें भी सफलता नहीं मिली और अब केवल एक दल जदयू बचा है, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से शरद यादव को हटाकर नीतीश स्वयं उसपर आसीन हो गए हैं तथा अब उनके विलय की कोशिश समाप्त हो गयी.
झांसे में मिला नीतीश को वोट
नीतीश के पिछले लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की करारी हार की जिम्मेवारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए अपना उत्तराधिकारी जीतन राम मांझी को चुनने को ‘नाखून काटकर शहीद होना’ की संज्ञा देते हुए रामविलास ने कहा कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में यहां की जनता ने उनके ‘झांसे’ में आकर उन्हें वोट दे दिया. शराबबंदी को लेकर नीतीश की अन्य प्रदेशों की यात्रा को ‘‘नौटंकी’ और ‘‘70 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’ की संज्ञा देते हुए रामविलास ने कहा कि पिछले दस वर्षों के दौरान लोगों को शराब पिलाया और अब शराबबंदी की बात कर रहे हैं.