नाले में गिरी स्कूल बस, बच्चों को छोड़ भागे ड्राइवर व खलासी, अनजान ने बचायी जान
टली अनहोनी. टेंपो को साइड देने के चक्कर में हादसा, बस में थे नौ बच्चे सवार पटना : कंकड़बाग थाने के न्यू बाइपास के आरएमएस मोड़ पर टेंपो को साइड देने के दौरान मलाही पकड़ी स्थित दिल्ली मॉडल हाइस्कूल की सिटी राइड बस पुलिया से अनियंत्रित होकर दस फुट गहरे नाले में गिर गयी. अचानक […]
टली अनहोनी. टेंपो को साइड देने के चक्कर में हादसा, बस में थे नौ बच्चे सवार
पटना : कंकड़बाग थाने के न्यू बाइपास के आरएमएस मोड़ पर टेंपो को साइड देने के दौरान मलाही पकड़ी स्थित दिल्ली मॉडल हाइस्कूल की सिटी राइड बस पुलिया से अनियंत्रित होकर दस फुट गहरे नाले में गिर गयी. अचानक हुए इस घटना के बाद बस में सवार बच्चों के बीच चीख-पुकार मच गयी. बस में नौ बच्चे सवार थे और सभी की उम्र सात से दस वर्ष के आसपास थी.
बस गिरने के कारण बच्चों को चोट भी आयी है और नाले का गंदा पानी धीरे-धीरे बस में भरता जा रहा था. चालक व खलासी किसी तरह से बस के अंदर से निकले और वहां से फरार हो गये. वहीं लोगों की भीड़ जुट गयी, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई कि नाले में उतर कर बच्चों को बचाये. उसी समय जगनपुरा के रहनेवाले चिंटू यादव ने बच्चों की चीख-पुकार सुनी, तो तुरंत ही अपनी शर्ट खोल कर नाले में उतर गया.
उसके बाद गेट के रास्ते सभी बच्चों को बचाया. यह संयोग था कि गेट ऊपर की ओर था और खुला था. इधर इस संबंध में फिलहाल न तो कंकड़बाग थाने में मामला दर्ज हुआ है और न ही गांधी मैदान स्थित ट्रैफिक थाने में ही कोई मामला दर्ज किया गया है. इतना ही नहीं, स्थानीय लोगों के अनुसार उन लोगों ने वहां से घटना की सूचना पुलिस को भी दी, लेकिन पुलिस समय पर नहीं पहुंची. बस को क्रेन की मदद से निकाला गया. इसके बाद भी घटना स्थल पर पुलिस नहीं पहुंची थी.
और बस झटके से नाले में जा गिरी
मंगलवार की अहले सुबह करीब छह बजे सिटी राइड बस करीब नौ बच्चों को उनके घर से लेकर मलाही पकड़ी स्थित दिल्ली मॉडल हाइस्कूल की ओर आ रहा था. न्यू बाइपास से यह बस आरएमएस नाले के ऊपर बने पुलिये से होते हुए आगे बढ़ने लगी. इसी बीच एक टेंपो भी उस पुलिये पर आ गयी. अब उसे साइड देकर आगे निकलने के क्रम में बस के बायें साइड का चक्का पुलिया से बाहर हो गया. इसके बाद बस झटके से सीधे नाले में गिर गयी.
चिंटू की हिम्मत देख दो-तीन युवक जुटे
नाले में उतरते चिंटू की हिम्मत देख मोहल्ले के दो-तीन युवक भी मदद को आ गये. बस से चिंटू ने गेट के माध्यम से एक-एक बच्चे को बाहर निकालना शुरू किया. उसकी की मदद के लिए आये युवकों पुलिये के ऊपर से बच्चों को ऊपर खींचना शुरू किया.
चिंटू ने अपनी हिम्मत से बस में सवार सभी नौ बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इतने पर ही वह नहीं रुका. इसके बाद बच्चों के स्कूल बैग को भी बस के अंदर से घुस कर बाहर निकाला. इसके बाद चिंटू ने खुद अपने फोन से उनकी डायरी में अंकित मोबाइल नंबर से सभी के परिजनों को फोन किया. इसी बीच स्कूल की दूसरी बस वहां पहुंची और सभी बच्चों को उनके-उनके घर पर पहुंचाया गया.
कौन है रियल हीरो चिंटू
जगनपुरा निवासी योगेंद्र प्रसाद यादव का पुत्र चिंटू एकाउंट में स्नातक कर नौकरी की तलाश में है. वह प्रतिदिन की तरह मंगलवार को अपने आवास से न्यू बाइपास पर पहुंचा और टेंपो से खेमनीचक जा रहा था. वह वहां जिम में करता है. इसी बीच बच्चों की चीख-पुकार मच गयी और काफी लोगों की भीड़ जमा हो गयी. लोग केवल मूकदर्शक बन कर देख रहे थे.
कोई बचाने के लिए आगे नहीं बढ़ रहा था. बस का चालक व खलासी बच्चों को बचाने के बजाय वहां से निकल भागे. ऐसे में चिंटू ने जब यह नजारा देखा, तो वह तुरंत ही टेंपो छोड़ कर नाले में उतर गया और फिर धीरे-धीरे कर सभी बच्चों को बाहर निकाला. बाद में लोगों ने चिंटू को इसके लिए शाबासी दी.