आज से बनेगा मिनी संप हाउस
अशोक नगर जीरो प्वाइंट का नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण पटना : नगर निगम के कंकड़बाग अंचल क्षेत्र के पोस्टल पार्क, चांदमारी रोड, इंदिरा नगर, अशोक नगर, संजय गांधी नगर, रामलखन पथ और आसपास के इलाकों में मॉनसून के दौरान जलजमाव की समस्या होती है. इस समस्या के निदान के लिए अशोक नगर जीरो प्वाइंट […]
अशोक नगर जीरो प्वाइंट का नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
पटना : नगर निगम के कंकड़बाग अंचल क्षेत्र के पोस्टल पार्क, चांदमारी रोड, इंदिरा नगर, अशोक नगर, संजय गांधी नगर, रामलखन पथ और आसपास के इलाकों में मॉनसून के दौरान जलजमाव की समस्या होती है. इस समस्या के निदान के लिए अशोक नगर जीरो प्वाइंट पर मिनी संप हाउस बनेगा.
इसको लेकर बुधवार की सुबह नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक, बीआरजेपी के अभियंता, एजेंसी के प्रतिनिधि के साथ-साथ कुम्हरार विधायक अरुण कुमार सिन्हा और वार्ड संख्या 34 के पार्षद कुमार संजीत ने स्थल निरीक्षण किया और चयनित एजेंसी को निर्देश दिया कि गुरुवार से काम शुरू कर दें.
20 फुट और गहरा होगा प्वाइंट : नगर आयुक्त ने निरीक्षण के बाद बीआरजेपी के अधिकारी को निर्देश दिया कि 20 फुट और प्वाइंट को गहरा किया जाये, ताकि चांदमारी रोड के लेवल के बराबर हो.
इससे आसानी से संप हाउस तक पानी पहुंच सकेगा. उन्होंने कहा कि इसको लेकर जीरो प्वाइंट पर पहुंचने वाले पानी को डायवर्ट करते हुए योगीपुर संप हाउस तक पहुंचाने का रास्ता बनायें. नगर आयुक्त के निर्देश के बाद बीआरजेपी के अभियंता ने कहा कि काम शुरू करने के पहले पानी को डायवर्ट किया जायेगा.
नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक ने योगीपुर स्थित एनबीसीसी व बीआरजेपी संप हाउस का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद योगीपुर संप हाउस के डैम को डिसिल्टिंग करने का निर्देश दिया गया. इसका कारण है कि संप हाउस के डैम में बड़ी मात्रा में सिल्ट जमा है. इस स्थिति में जलजमाव की समस्या हो सकती है. संप हाउस के डैम को डिसिल्टिंग करने के बाद पानी का प्रवाह अवरूद्ध नहीं होगा.
पटना : राजधानी यानी निगम क्षेत्र में मार्च से मई तक जलसंकट की समस्या बनती है. हर बार गरमी की आहत शुरू होते ही निगम प्रशासन कवायद शुरू करता है और फिर मॉनसून आते ही भूल जाता है. इस बार भी जल संकट वाले 11 इलाकों को चिह्नित कर बोरिंग लगाने की योजना बनायी गयी. योजना को पूरा करने के लिए नगर आयुक्त ने प्रस्ताव विभाग को भेजा, ताकि शीघ्र प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के साथ राशि का आवंटन प्राप्त किया जा सके. स्थिति यह है कि एक माह में जल संकट की समस्या स्वत: खत्म हो जायेगी और नगर आयुक्त अब तक विभाग से राशि ही मांग रहा है.
नगर आयुक्त ने विभागीय प्रधान सचिव को भेजे पत्र में कहा कि निगम क्षेत्र के 11 जगहों पर नयी बोरिंग लगनी है, ताकि आस-पास के इलाकों में पीने के पानी की किल्लत नहीं हो. इन बोरिंगों को स्थापित करने में 8.90 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस राशि को आवंटित करने के साथ-साथ प्रशासनिक स्वीकृति दें. इस योजना को तकनीकी रूप से दक्ष बिहार राज्य जल पर्षद के माध्यम से पूरा किया जाना है.
निगम प्रशासन ने जहां-जहां नयी बोरिंग लगाने की योजना बनाया है, वहां वर्षों से जलसंकट की समस्या है. इस समस्या का स्थायी निदान हो जाये ताे एक लाख की आबादी लाभान्वित होगी. अदालतगंज, छज्जूबाग, कटरा, मालसलामी, सिटी हॉस्पिटल, आलमगंज, पटना यूनिवर्सिटी, समाहरणालय, हड़ताली मोड के समीप धोबी घाट, नून का चौराहा, राजेंद्र नगर आदि जगहों पर बोरिंग लगेगी.