मनोरमा को शराब बरामदगी के वक्त ही क्यों नहीं किया गिरफ्तार

सुशील मोदी ने उठाया सवाल पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि पुलिस छापेमारी के दौरान जब विधान पार्षद मनोरमा देवी के घर से शराब की बोतलें बरामद हुईं तो उसी समय उन्हें गिरफ्तार कर उनके मकान को सील क्यों नहीं किया गया. आरोपित रॉकी यादव की स्वीकारोक्ति है कि वह अपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2016 7:48 AM
सुशील मोदी ने उठाया सवाल
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि पुलिस छापेमारी के दौरान जब विधान पार्षद मनोरमा देवी के घर से शराब की बोतलें बरामद हुईं तो उसी समय उन्हें गिरफ्तार कर उनके मकान को सील क्यों नहीं किया गया. आरोपित रॉकी यादव की स्वीकारोक्ति है कि वह अपनी मां के कहने पर पुलिस के सामने सरेंडर किया.
ऐसे में एक अभियुक्त को छुपाने व पुलिस को गुमराह करने के आरोप में मनोरमा देवी के खिलाफ अब तक मुकदमा क्यों नहीं हुआ. क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे जिन्होंने अभियुक्त को छुपाने व उत्पाद एक्ट के उल्लंघन के आरोप में मनोरमा देवी को गिरफ्तार नहीं कर उन्हें संरक्षण देने का काम किया.
क्या उत्पाद मंत्री अब्दुल जलील मस्तान को बरखास्त करेंगे जिन्होंने कल मनोरमा देवी को बचाने के लिए बयान दिया कि–‘ औरत का मालिक कौन है, हसबैंड है, हमने हसबैंड पर एफआइआर किया है. एडीजी सुनील कुमार भी कह रहे थे कि ‘ मनोरमा देवी पर एफआइआर इसलिए दर्ज नहीं किया गया है कि बिहार में औरतें शराब नहीं पीती हैं. क्या ये बयान एमएलसी को बचाने के लिए नहीं दिये गये थे.
कल ही गया जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या–4 से उषा देवी नामक एक महिला को इसलिए गिरफ्तार किया गया कि उसके बैग से शराब की बोतलें बरामद की गई थी. मनोरमा देवी के घर से शराब की बोतलें बरामद होने के तत्काल बाद उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई थी. वह सत्ताधारी दल की एमएलसी हैं इसलिए मंत्री से लेकर पुलिस अधिकारी तक उनके बचाव में बयान नहीं दे रहे थे.

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