वाराणसी में सभा : मोदी के गढ़ में गरजे नीतीश कुमार, बनाएं संघमुक्त भारत व शराबमुक्त समाज

वाराणसी : बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को वाराणसी से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए भाजपा व आरएसएस पर जम कर हमला किया. उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता का आह्वान किया कि वह अहंकार से भर चुकी भाजपा को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2016 6:33 AM

वाराणसी : बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को वाराणसी से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए भाजपा व आरएसएस पर जम कर हमला किया.

उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता का आह्वान किया कि वह अहंकार से भर चुकी भाजपा को आगामी चुनाव में बिहार की ही तरह सबक सिखाये. इस मौके पर उन्होंने ‘संघ मुक्त भारत और शराब मुक्त समाज’ का नारा दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा से शराबबंदी पर अपना नजरिया स्पष्ट करने की मांग की.

नीतीश ने वाराणसी जिले के पिंडरा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि जनता से बड़े-बड़े वादे करके मुकरनेवाली भाजपा अहंकार से भर गयी है, लेकिन राजनीति में अहंकार सबको खत्म कर देता है. लोकसभा चुनाव में जनता को बरगला कर बिहार की 40 में से 31 सीटें हासिल करनेवाली भाजपा को विधानसभा चुनाव में जनता ने जदयू-राजद-कांग्रेस महागंठबंधन के हाथों धूल चटा दी. अब उत्तर प्रदेश की बारी है. बिहार के लोगों ने महागंठबंधन को विशाल बहुमत देकर जता दिया कि अब जनता का भाजपा पर से भरोसा उठ गया. अब उत्तर प्रदेश के लोगों को बताना होगा कि उनकी (भाजपा की) कथनी और करनी में कितना अंतर है.

नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के लोगों से मुखातिब होते हुए कहा, यहां के लोग क्या उम्मीद कर रहे थे. पूरे यूपी के लोगों को, जिन्होंने 73 सीटों पर उनको (भाजपा एवं सहयोगी) समर्थन दिया, उन्हें अब पता लग रहा होगा. पूरे देश के लोगों को पता लगता होगा. नीतीश ने कहा कि गुजरात में जब मोदी मुख्यमंत्री थे, तो वहां शराबबंदी थी, लेकिन मैं उनसे और उनकी पार्टी भाजपा से इस मुद्दे पर राय जानना चाहता हूं.

नीतीश ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा और उनके समर्थक महागंठबंधन का मजाक उड़ाते थे. जिस दिन बिहार विधानसभा चुनाव का नतीजा आ रहा था, उस दिन सुबह खबर आने लगी कि भाजपा जीत रही है. आधे घंटे के लिए देश में ऐसा माहौल बनने लगा कि भाजपा की जीत हो रही है. उसके बाद उन्हें सच्चाई का पता चल गया.

वादा नहीं चुनावी जुमला

नीतीश ने कहा कि भाजपा दो साल बीतने के बाद भी काला धन लाकर हर हिंदुस्तानी के बैंक खाते में 15-20 लाख रुपये तो दूर, एक पाई भी नहीं डाल सकी. डालेगी भी कैसे, आखिर उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कह दिया है कि वह वादा तो महज चुनावी जुमला था.

किसान व युवा निराश

नीतीश ने कहा कि भाजपा ने किसानों से कहा था कि सरकार बनने पर वह उपज की लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़ कर न्यूनतम समर्थन मूल्य देंगे. केंद्र की भाजपा सरकार अब तक चार बार समर्थन मूल्य की घोषणा कर चुकी है, लेकिन वह उस वादे को भूल गयी. युवाओं को रोजगार देने की बात कही गयी थी. लोगों ने बहुत उम्मीद से वोट दिया था. वह उम्मीद अब मिट चुका है.

शराबबंदी पर प्रधानमंत्री तोड़ें चुप्पी

देशभक्ति का पाठ न पढ़ाये आरएसएस

नीतीश ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर तीखे वार करते हुए कहा, जो लोग (भाजपा) आज देशभक्ति की बात कर रहे हैं, आजादी की लड़ाई में उनके पुरखों (संघ) की कोई भूमिका नहीं है. जब लोग बापू के नेतृत्व में आजादी के लिए लड़ रहे थे, तब वे (संघ) के लोग कहीं नहीं थे, आज वह सबको देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं.

नीतीश ने कहा कि संघ का तिरंगा लहराने की वकालत करना दरअसल आम हिंदुस्तानियों की वैचारिक जीत है. उन्होंने कहा, आप (संघ) तिरंगा लहराने लगे, यह खुशी की बात है, क्योंकि आप तिरंगे के नहीं, बल्कि भगवा के हिमायती थे. यह हमारी वैचारिक जीत है.

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