पटना/सीवान : वरिष्ठ पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के दूसरे दिन शनिवार को घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त रहा. उधर घटना की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस के आला अफसर लगे रहे. अब तक चार लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. इस बीच यहां पहुंचे पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे ने घटना स्थल का जायजा लिया तथा मृतक के परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली और हर संभव सहयोग का भरोसा जताया.
भाजपा ने कहा जेल में बंद शहाबुद्दीन के इशारे पर हुई घटना
घटना को लेकर यहां पहुंचे पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे मृतक राजदेव रंजन के पैतृक गांव हकाम गये तथा परिजनों से मुलाकात की. मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है. राज्य में जंगल नहीं महाजंगल राज कायम हो गया है. भाजपा नेताओं ने घटना पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जेल में बंद पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के इशारे पर घटना को अंजाम दिया गया है. घटना की सीबीआइ से जांच कराने की हम मांग करते हैं.
संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
इस बीच पुलिस घटना के जांच को लेकर दिनभर संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी करती रही. एसपी सौरभ कुमार साह ने कहा कि घटना को देखते हुए यह आशंका जतायी जा रही है कि पेशेवर अपराधियों ने मामले को अंजाम दिया होगा. कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. यह उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही घटना के तह तक पहुंच जायेगी.
प्रतिरोध मार्च व कैंडिल जुलूस निकाला
घटना के विरोध में यहां पत्रकारों ने श्रमजीवी पत्रकार भवन पर शोक सभा आयोजित कर अपने साथी के मौत पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया तथा हत्यारों की गिरफ्तारी व परिजनों को आर्थिक सहायता व सुरक्षा देने की शासन प्रशासन से मांग की. इसके बाद शहर में प्रतिरोध मार्च व शाम को कैंडिल मार्च निकाला.
हत्या के विरोध में सड़क पर उतरे पत्रकार
सीवान: पत्रकार राजदेव रंजन की नृशंस हत्या के विरोध में शनिवार को विभिन्न पत्रकार संगठनों के नेतृत्व में सभी पत्रकारों ने सड़क पर उतर कर अपना विरोध प्रकट किया. सभी पत्रकार पत्रकार भवन से एक साथ निकले तथा बबुनिया रोड़ होते हुए पुन: जेपी चौक पर कार्यक्रम को खत्म कर दिया. इसके पूर्व पत्रकार भवन में एक आपात बैठक हुई. बैठक में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के विरोध में चलाये जाने वाले क्रमबद्ध आंदोलन की रूप रेखा तैयार की गयी.
पत्रकार हत्याकांड के खिलाफ सीवान में विरोध प्रदर्शन करेगी माले
पटना : भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल नेचिंताजाहिरकरते हुए कहाकि बिहार में एक बार फिर अपराधियों का मनोबल आसमान पर है. अब पत्रकारों पर भी हमले हो रहे हैं और उनकी हत्यायें हो रही हैं, यह बेहद दुखद है. उन्होंने कहा कि बिहार में काूनन व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है, यह बेहद चिंताजनक है. पार्टी ने हत्याकांड के खिलाफ सिवान में विरोध प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया है.
पत्रकार के परिजन को मिले आर्थिक मदद व सुरक्षा : तारिक
पटना : एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव सह सांसद तारिक अनवर ने सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की नृशंस हत्या की निंदा की है. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में बिहार में इस तरह की घटनाओं में वृद्धि चिंतित करनेवाला है. सरकार को इसे नियंत्रित करने के उपाय करना चाहिए. उन्होंने घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग सरकार से की है, ताकि न्याय सुनिश्चित हो सके. साथ ही उन्होंने मृतक पत्रकार के परिवार की आर्थिक मदद व भौतिक सुरक्षा भी सुनिश्चित करने की सलाह सरकार को दी है.
आंकड़ों की राजनीति बंद करें नीतीश : नंदकिशोर
पटना. वरिष्ठ भाजपा नेता व लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या पर आक्रोश जताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेसीधा सवाल किया है कि सरकार और कितनी लाशें गिनेगी. राज्य में हो रही हर हत्या के बाद मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकारी फौज दूसरे राज्यों का क्राइम ग्राफ दिखा कब तक आंकड़ों की राजनीति करती रहेगी.
भाड़े के शुटरों पर पुलिस को अंदेशा
राजदेव हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस को अभीतककाेई सुराग हाथ नहीं लगा है. लेकिन घटना को अंजाम देने के तरीकों पर पेशेवर बदमाशों के हाथ होने की आशंका को ध्यान में रख कर पुलिस अभी जांच में जुटी है. मृतक के शरीर से दो गोलियां निकली. जबकि पुलिस के मुताबिक बदमाशों ने पांच गोलियां दागी थी. उनके सिर, दायें कंधे व पेट में गहरा घाव के निशान थे. गोली बदमाशों ने काफी करीब से दागी है. पिस्टल की 7.62एमएम गोली का प्रयोग किये जाने की पुष्टी हुई है. पुलिस अब तक मानना है कि ऐसे मामलों में पेशेवर बदमाशों के ही हाथ हो सकते हैं.
घटना की प्रकृति दिला रही तीन हत्याकांडों की याद
राजदेव रंजन की हत्या शहर के रेलवे स्टेशन रोड पर फलमंडी के समीप होती है. डेढ़ वर्ष पूर्व भाजपा नेता श्रीकांत भारतीय की हत्या फलमंडी से एक किलोमीटर दूर शेखर सिनेमा के समीप. जबकि दो वर्ष पूर्व तेजाब हत्याकांड के चश्मदीद गवाह राजीव रोशन को फलमंडी से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर डीएवी मोड़ के समीप होती है. इसके अलावा जमीन कारोबारी तबरेज की हत्या दो वर्ष पूर्व फलमंडी से एक किलोमीटर दूर चिक टोली मोड़ पर बदमाश करते हैं. चारों घटनाएं एक किलोमीटर के एक ही क्षेत्र में होती है.
सभी घटनाओं को बाइक सवार बदमाश अंजाम देते हैं. इन सभी घटनाओं में बदमाशों ने सिर में सटा कर गोली मारने का काम किया. जिसमें साइलेंसर युक्त पिस्टल का प्रयोग किया गया. राजदेव रंजन को छोड़ सभी घटनाओं के जांच में पेशेवर अपराधी रहे. ऐसे में पुलिस राजदेव रंजन की जान लेने वालों में पेशेवर अपराधी के शामिल होने की आशंका को आधार बना कर जांच कर रही है.
जांच में जुटी एफएसीएल व एसटीएफ की टीम
हत्याकांड का जल्द खुलासा करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. ऐसे में इसके लिए वह कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. पटना से सुबह एफएसीएल की टीम यहां पहुंची. जिसने फलमंडी स्थित घटना स्थल का जांच की. इस दौरान ब्लड का नमूना व अन्य मौके के निशान की जांच की. साथ ही गोलियों को जांच के लिए ले गयी. इसके पहले ही एसटीएफ टीम यहां आ जमी थी. स्थानीय पुलिस के मदद से आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर पुलिस ने की छापामारी. इसके अलावा पटना से सर्विलांस टीम भी यहां जांच में जूट गयी है.