बिहार में हत्याओं के बावजूद नीतीश कुमार के यूपी जाने पर विपक्ष का हमला
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार में हत्याओं का सिलसिला जारी होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी को लेकर उनकी उत्तर प्रदेश की यात्रा पर प्रश्न खड़ा करते हुए पूछा है कि मुख्यमंत्री जी अगर शराब के कारण महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही थी तो क्या अपराध […]
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार में हत्याओं का सिलसिला जारी होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी को लेकर उनकी उत्तर प्रदेश की यात्रा पर प्रश्न खड़ा करते हुए पूछा है कि मुख्यमंत्री जी अगर शराब के कारण महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही थी तो क्या अपराध के कारण उनकी गोद और मांगे सुनी नहीं हो रही है. सुशील ने नीतीश से पूछा है कि अगर शराब के कारण महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही थी तो क्या अपराध के कारण उनकी गोद और मांगे सुनी नहीं हो रही है. बनारस और लखनउ तो घूम रहे हैं मगर गया जाकर आदित्य की मां की सुनी गोद और सीवान के पत्रकार राजदेव की पत्नी की उजडी मांग देखने की आपको या आपके किसी मंत्रिमंडलीय सहयोगी तक को फुरसत नहीं है.
हिट लिस्ट में थे राजदेव
उन्होंने कहा कि चर्चा है कि सीवान जेल से जारी 23 लोगों की हिट लिस्ट में पत्रकार राजदेव रंजन का नाम भी शामिल था. यह भी कहा जा रहा है कि जेल में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर और मो0 शहाबुददीन के बीच मुलाकात का विडियो राजदेव के जरिये ही वायरल हुआ था. सुशील ने कहा कि चर्चित तेजाब कांड के चश्मदीद गवाह राजीव रौशन और सांसद के प्रेस प्रवक्ता श्रीकांत भारती के नाम भी जेल से जारी हिटलिस्ट में शामिल थे, जिनकी बेरहमी से हत्या की गई थी. राजीव रौशन हत्याकांड का मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा आजतक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
उपेंद्र शर्मा है गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि सीवान पुलिस ने राजदेव हत्या मामले में श्रीकांत भारती की हत्या मामले में मुख्य आरोपी उपेंद्र सिंह सहित तीन को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है. सुशील ने आरोप लगाया कि पूर्व सांसद अब राजद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सम्मानित सदस्य है और राज्य की सरकार में उनका दल बड़े भाई की भूमिका में है. अभी हाल ही में पूर्व के निर्देश पर सीवान में टिकट का बंटवारा हुआ है. उन्होंने कहा कि पत्रकार राजदेव रंजन निर्भीकता के साथ पूर्व सांसद से जुडे मुकदमों और उनके समर्थकों की करतूतों को अपने अखबार में लिखा करते थे. उनकी पत्नी की आशंका वाजिब है कि नीतीश कुमार की पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं कर पायेगी.
मनोरमा देवी अभी तक फरार
सुशील ने पूछा है कि जब मृतक पत्रकार की पत्नी चीख-चीख कर पूर्व सांसद के लोगों की ओर इशारा कर रही है तो क्या इस मामले की सीबीआई जांच नहीं होनी चाहिए. क्या बिहार पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच कर पायेगी. उन्होंने कहा कि आदित्य के हत्यारे रॅाकी यादव की फरार मां और एमएलसी मनोरमा देवी पांच दिन बाद भी पकडी नहीं गई है. सुशील ने आरोप लगाया कि नई सरकार में पुलिस का मनोबल गिरा हुआ है, ऐसे में सीबीआई जांच से ही इस मामले का खुलासा संभव है.