सीवान पत्रकार हत्याकांड में बड़ा खुलासा, CCTV फुटेज का 70 फीसदी हिस्सा हुआ रिकवर
पटना : बिहार के सीवान में एक दैनिक अखबार के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले में आज एक बड़ा खुलासा हुआ है. डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि सीवान में पत्रकार हत्याकांड के शूटर को पकड़ना हमारी प्राथमिकता है. सीसीटीवी से छेड़छाड़ करने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है. सीसीटीवी के 70 प्रतिशत […]
पटना : बिहार के सीवान में एक दैनिक अखबार के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले में आज एक बड़ा खुलासा हुआ है. डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि सीवान में पत्रकार हत्याकांड के शूटर को पकड़ना हमारी प्राथमिकता है. सीसीटीवी से छेड़छाड़ करने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है. सीसीटीवी के 70 प्रतिशत तथ्यों को वापस कर लिया गया है.
डीजीपी मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीवान में पत्रकार हत्याकांड के मामले में प्रश्नों के जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि कई लोगों पर संदेह था, उससे पूछताछ की गयी है. छापेमारी के क्रम में हत्या के बाद खुशी मनाते व शराब पीते पकड़े गये हैं. इनके मोबाइल पर हुए बातचीत और लोकेशन से तथ्य लिये जा रहे हैं. आवश्यक है कि शूटर पकड़ा जाये और उपयोग में लाये गये हथियार पकड़े जायें.
सीसीटीवी से पहचान कर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि पूरी जांच के बाद तय करेंगे कि घटना की मंशा क्या थी, मारने वाले प्राेफेशनल शूटर हैं. देखा जायेगा कि इसके लिए किसने धन दिया. अनुसांधान प्रारंभिक अवस्था में है. जब तक सीबीआइ मामले की जांच शुरू नहीं करती तब तक हम इसकी जांच में जुटे रहेंगे. एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल शूटर का संबंध बहुतों से होता है. शहाबुद्दीन को जेल में मोबाइल संबंधी प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि हाल की जांच में तो यह नहीं मिला था. फिलहाल किसी तथ्य का खुलासा नहीं करेंगे. अनुसंधान प्रभावित होगा. जल्द ही सारे साक्ष्य के साथ बात करेंगे.
इससे पहले मीडिया रिपोट्सके मुताबिक सीवान के पुलिस अधीक्षक सौरभ शाह ने जानकारी देते हुए बताया था कि राजदेव रंजन की हत्या की साजिश करीब पंद्रह दिन पहले ही रची गयी थी और उनकी हत्या पूरे योजना के तहत की गयी. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक इलाके के आसपास के तीन सीसीटीवी कैमरों में से एक इलाके के कुछ हिस्से को ही कवर करता है. दूसरे के फुटेज ही स्पष्ट नहीं है और तीसरे सीसीटीवी में सिर्फ दस मई तक के ही रिकॉड्स हैं. तीसरे सीसीटीवी केहार्ड डिस्कको पटना के एफएसएल एक्सपर्ट्स के पास जांच के लिए भेजा गया है.
अब तक आठ हिरासत में
सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सोमवार को पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है. इस मामले में अब तक आठ लोग हिरासत में लिये जा चुके हैं. पुलिस ने नागेंद्र सिंह, रिंकू मियां, मुंशी मियां और रोहित कुमार को हिरासत में लिया है. पुलिस पत्रकार राजदेव के बैंक खातों को भी खंगाल रही है.
शहाबुद्दीन के करीबी उपेंद्र सिंह पुलिस हिरासत में
इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल के जेल में बंद सांसद शहाबुद्दीन का लिंक सामने आने के बाद बिहार पुलिस ने शहाबुद्दीन के करीबी उपेंद्र सिंह को हिरासत में लिया. उपेंद्र सिंहराजद का कार्यकर्ता भी है और 2014 में हुए एक मर्डर में आरोपी भी. उसके साथ ही विजय बहादुर, जितेंद्र सिंह और शहजाद को हिरासत में लिया गया था. इन लोगों से मिली जानकारी के बाद ही सोमवार को चार नयी गिरफ्तारियां हुई.
चवन्नी सिंह पर पुलिस की नजर
पुलिस के मुताबिक पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या से पहले पिछले साल सीवान के वर्तमानभाजपा सांसद ओम प्रकाश यादव के प्रेस सलाहकार श्रीकांत भारती की चवन्नी सिंह नाम के एक शूटर ने हत्या कर दी थी. श्रीकांत की सुपारी शहाबुद्दीन के गुर्गे उपेंद्र सिंह ने दी थी. इस घटना के बाद शूटर चवन्नी सिंह को पिछले साल ही उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया था. तभी से वह यूपी की गोरखपुर जेल में बंद था. तीन दिन पहले उसे वहां से सीवान जेल में ट्रांसफर किया गया. चवन्नी शहाबुद्दीन के खिलाफ कई अहम राज उगल सकता है.