पटना : राजधानी पटना के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्थिति बेकाबू हो गयी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक हड़ताल की वजह से चार मरीजों की जान जा चुकी है. कई विभागों में गंभीर अवस्था में मरीज इलाज के आभाव में तड़प रहे हैं. मरीज के परिजनों द्वारा धरना-पर्दशन और विरोध के बाद भी डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा है.
स्थिति इतनी खराब है कि स्ट्रेचर से लेकर मरीजों को इधर-उधर ले जाने का काम भी परिजनों को काफी दिक्कत से करना पड़ रहा है. गरमी की वजह से भारी संख्या में मरीजों की भीड़ अस्पताल पहुंच रही है. लेकिन डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से इलाज नहीं हो पा रहा है.
मंगलवार की सुबह जहानाबाद जिले से इलाज के लिये आए एक 17 वर्षीय हेपेटाईसिस बी के मरीज की इलाज के अभाव में मौत हो गयी. गत 6 दिनों से पीएमसीएच में इलाज चल रहा था. हड़ताल के बाद डॉक्टरों ने मरीजों को देखना बंद कर दिया उसके बाद उसकी मौत हो गयी.
मंगलवार को भारी संख्या में मरीज पीएमसीएच से निकलकर निजी अस्पतालों में जा रहे हैं. पीएमसीएच में अफरा-तफरी का माहौल है. जिसे जहां ईलाज की संभावना दिखायी दे रही है. वह मरीज अपने परिजनों के साथ वहीं जा रहा है. गौरतलब हो कि मरीज के परिजनों और डॉक्टरों की बीच विवाद के बाद जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये हैं.