वीसी आवास के अंदर छात्रों ने दिया धरना, फिर तोड़-फोड़

पटना : पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो वाइसी सिम्हाद्रि के आवास पर मंगलवार को विभिन्न छात्र संगठनों ने जम कर हंगामा और तोड़-फोड़ किया. छात्र संगठनों ने जुड़े सैकड़ों छात्रों ने पीयू कुलपति आवास पर 10 बजे ही उग्र प्रदर्शन किया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आंदोलनकारी छात्रों का जत्था पहले कुलपति कार्यालय गया. कुलपति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2016 7:19 AM
पटना : पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो वाइसी सिम्हाद्रि के आवास पर मंगलवार को विभिन्न छात्र संगठनों ने जम कर हंगामा और तोड़-फोड़ किया. छात्र संगठनों ने जुड़े सैकड़ों छात्रों ने पीयू कुलपति आवास पर 10 बजे ही उग्र प्रदर्शन किया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आंदोलनकारी छात्रों का जत्था पहले कुलपति कार्यालय गया.

कुलपति को वहां नहीं पाकर छात्रों ने कुलपति आवास की ओर रूख किया. काफी देर तक छात्राएं नारे लगाते रहे, लेकिन कोई पहल होता न देख कर 12.30 बजे छात्रों ने कुलपति आवास के गेट का जंजीर तोड़ कर अंदर घुस गये. इसके बाद पीयू के सभी अधिकारियों की नींद खुली और भागते-भागते छात्रों से बाहर निकल जाने का अनुरोध किया. लेकिन छात्र कुलपति से वार्ता करना चाह रहे थे.

छात्र अंदर में ही डेरा जमा कर नारे लगाते रहे और आर्ट कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य को हटाने और निर्दोष छात्रों के निलंबन वापस करने की मांग करते रहे. बढ़ते हंगामे को देखते हुए पीयू प्रॉक्टर डॉ जीके पिल्लई, जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी एसएम खान के साथ रैफ के जवानों एवं पुलिस बल पहुंचे और कुलपति आवास को छावनी में तब्दील कर दिया गया. इस दौरान छात्रों और पदाधिकारियों के बीच जम कर बहस हुई. बाद में काफी मशक्कत के बाद मामला शांत हुआ और प्रदर्शनकारी छात्र वहां से लौटे.
अनशन करनेवालों की हालत बिगड़ी
आर्ट के प्राचार्य को हटाने और आठ छात्रों के निलंबन वापस करने को लेकर छठे दिन भी अनशन जारी रहा. अनशनकारी छात्र रमाकांत जी उर्फ भगत सिंह, भास्कर एवं नीतेश कुमार से को बुद्धा कॉलोनी थाना ने पीएमसीएच में भरती कराया गया. अनशन पर गौरव कुमार, विक्की कुमार, रविकांत, संजीव कुमार,अनशन पर बैठे हैं. इनकी स्थिति भी सही नहीं है. संजय कुमार की नाजुक स्थिति देख कर मंगलवार को विशेंद्र नारायण अनशन में शामिल हुए. गौरतलब है कि सोमवार को ही छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को कुलपति आवास बुला कर वार्ता के लिए बुलाया गया था, लेकिन बाद में कुलपति केवल दंडाधिकारी से बात कर छात्रों से मिलने से मना कर दिया. इससे छात्रों ने वीसी आवास का घेरा.

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