भूमि के बदले चार गुना मुआवजा 12 % ब्याज के साथ मिलेगी राशि

पटना : राज्य में फोर लेन निर्माण के लिए जमीन देनेवाले किसानों को पुराने सर्किल रेट के चार गुना मुआवजा पर 12 फीसदी सूद के साथ राशि मिलेगी. जिस इलाके में जमीन अधिग्रहण में 50 फीसदी से कम भुगतान हुआ है उस इलाके में किसानों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा मिलेगा. इसके अतिरिक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2016 7:20 AM

पटना : राज्य में फोर लेन निर्माण के लिए जमीन देनेवाले किसानों को पुराने सर्किल रेट के चार गुना मुआवजा पर 12 फीसदी सूद के साथ राशि मिलेगी. जिस इलाके में जमीन अधिग्रहण में 50 फीसदी से कम भुगतान हुआ है उस इलाके में किसानों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा मिलेगा. इसके अतिरिक्त 12 फीसदी ब्याज की राशि का भी भुगतान किया जायेगा.

किसानों को यह राहत देने को नेशनल हाइवे अथार्टी एनएचएआइ तैयार है. एनएचएआइ किसानों को जनवरी, 2014 से पहले के जमीन की सर्किल रेट के अनुसार भुगतान करेगी. देश भर में जनवरी, 2014 से किसानों से ली जानेवाली जमीन पर चार गुना मुआवजा देने का केंद्र सरकार ने घोषणा की थी. राज्य में फोर लेन निर्माण के लिए आवश्यकतानुसार जमीन के लिए किसानों के साथ जनवरी, 2014 के पहले एग्रीमेंट हुआ है. किसानों से हुए एग्रीमेंट के अनुसार किसी-किसी इलाके में जमीन का पेमेंट हो चुका है.

जहां पेमेंट नहीं हो सका, वहां के किसान नयी दर पर चार गुना मुआवजा की मांग कर रहे हैं. नयी दर पर चार गुना मुआवजा राशि नहीं मिलने की वजह से किसान अपनी जमीन नहीं दे रहे हैं. जमीन नहीं मिलने के कारण फोर लेन का निर्माण काम फंसा है. राज्य में पटना-बक्सर फोर लेन, पटना-डोभी फोर लेन, बख्तियारपुर-खगड़िया फोर लेन का निर्माण जमीन नहीं मिलने के कारण बाधित है. एनएचएआइ के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि राज्य में फोर लेन निर्माण के लिए जमीन लेने हेतु किसानों से एग्रीमेंट सात-आठ साल पहले हुआ है. किसानों से हुए एग्रीमेंट अनुसार कई जगहों पर उस समय के अनुसार पेमेंट किया गया है. कुछ किसानों ने पेमेंट लिया. इसमें लगभग 20 फीसदी किसान शामिल हैं. जहां पेमेंट नहीं हुआ है या 50 फीसदी से कम पेमेंट हुआ है. वहां किसानों को पुराने सर्किल रेट के चार गुना मुआवजा पर 12 फीसदी सूद की राशि के साथ भुगतान होगा.
पटना-बक्सर फोर लेन
पटना-बक्सर फोर लेन का निर्माण जमीन नहीं मिलने के कारण बाधित है. फोर लेन बनाने के लिए 557 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है. इसमें मात्र 20 फीसदी जमीन का पेमेंट हुआ है. किसानों से हुए एग्रीमेंट के अनुसार जमीन का मुआवजा ढाइ गुना लेकर भी किसान अपनी जमीन देने में आना-कानी कर रहे हैं.

अब किसान चार गुना मुआवजा की मांग कर रहे हैं. तीन पार्ट में बनने वाले फोर लेन में पटना से कोइलवर तक 165 हेक्टेयर, कोइलवर से भोजपुर तक 199 हेक्टेयर व भोजपुर से बक्सर तक 193 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है. जबकि अलग-अलग पार्ट में मात्र 12 से 20 फीसदी जमीन मिली है. पटना-बक्सर के बीच 125 किलोमीटर फोर लेन का निर्माण तीन पार्ट में होना है. फोर लेन के निर्माण में 1900 करोड़ खर्च अनुमानित है. फोर लेन निर्माण चयनित एजेंसी कैंप लगा कर तैयारी शुरू कर दी है. जमीन के अभाव में काम ठप है.

पटना-डोभी फोर लेन
पटना-डोभी फोर लेन 125 किलोमीटर के लिए 708 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है. अभी मात्र 35 फीसदी जमीन का पेमेंट हुआ है. फोर लेन निर्माण के लिए आइएलएफसी एजेंसी का चयन हुआ है.
बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन
बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन 45 किलोमीटर के लिए 234 हेकटेयर जमीन की जरूरत है. बख्तियारपुर-मोकामा के बीच नया एलायनमेंट वाइपास का निर्माण होना है. इस पर 837 करोड़ खर्च अनुमानित है. फोर लेन निर्माण का काम बीएससीएल कंपनी करेगी.

Next Article

Exit mobile version