नये तो नये, पुराने मामले में भी पुलिस के हाथ खाली
पटना : पटना जिले के सभी थाने से वारंटी बिल्डरों की सूची डीआइजी के पास आ गयी है. इसमें सबसे पुराना मामला पाटलिपुत्रा थाने का है. करीब 10 माह बाद भी एक केस में आरोपित तीन लोगों को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इसके अलावा अन्य सभी मामले वर्ष 2016 के हैं. […]
पटना : पटना जिले के सभी थाने से वारंटी बिल्डरों की सूची डीआइजी के पास आ गयी है. इसमें सबसे पुराना मामला पाटलिपुत्रा थाने का है. करीब 10 माह बाद भी एक केस में आरोपित तीन लोगों को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इसके अलावा अन्य सभी मामले वर्ष 2016 के हैं. इसमें चार केस अकेले बिल्डर अनिल सिंह के खिलाफ हैं. डीआइजी अबइसकी समीक्षा करेंगे. इसमें गिरफ्तारी में ढिलाई बरतने वाले आइओ पर कार्रवाई हो सकती है.
दरअसल 18 मई को डीआइजी शालिन ने पटना जिले के सभी थानेदारों को निर्देश दिया था कि वह अपने थाने में जमीन और फ्लैट के केसों में शामिल वारंटी बिल्डरों की पूरी जानकारी दें. इसमें चार बिंदुओं पर जानकारी मांगी गयी थी. इस पर गुरुवार की शाम चार बजे तमाम संबंधित थानों से सूची डीआइजी को उपलब्ध करायी गयी है. इसमें पाटलिपुत्रा थाने का एक मामला सामने आया है. इसमें प्रभाष कुमार, अनिता भारती, दिलीप कुमार (निवासी मधेपुरा, वर्तमान पता गोसाईं टोला) के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज है, लेकिन इनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. डीआइजी इन केसों की समीक्षा कर
रहे हैं.