थोड़ा कम हुआ मरीजों का ‘दर्द’

राहत. कमजोर पड़ी हड़ताल, एक तिहाई जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पांचवें दिन कुछ कमजोर पड़ी. 110 इंटर्न और पीजी के 60 डॉक्टर काम पर लौट आये. पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पांचवें दिन गुरुवार को कमजोर पड़ गयी. करीब एक तिहाई जूनियर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2016 7:53 AM
राहत. कमजोर पड़ी हड़ताल, एक तिहाई जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पांचवें दिन कुछ कमजोर पड़ी. 110 इंटर्न और पीजी के 60 डॉक्टर काम पर लौट आये.
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पांचवें दिन गुरुवार को कमजोर पड़ गयी. करीब एक तिहाई जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल से किनारा करते हुए अलग-अलग वार्डों में जाकर ड्यूटी ज्वाइन कर ली. इससे पीएमसीएच में इलाज की व्यवस्था में गुरुवार को बहुत सुधार आया. जूनियर डॉक्टरों ने भरती मरीजों का इलाज करना भी शुरू कर दिया. इसी वजह से पांचवें दिन किसी मरीज की मौत नहीं हुई.
170 डॉक्टर काम पर लौटे : साथ ही, इंटर्नशिप कर रहे 110 जूनियर डॉक्टरों भी हड़ताल छोड़ वापस काम पर लौट गये.
पीजी फाइनल इयर के 60 छात्र गुरुवार को काम पर लौट गये. शेष जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल जारी रखी. दरअसल इन छात्रों की एक जून से परीक्षा होने वाली है. ऐसे में हड़ताल से इनकी पढ़ाई बाधित हो रही थी. साथ ही फेल होने का खतरा भी बढ़ गया था. अब भी यूजी और फर्स्ट इयर पीजी मिलाकर कुल 350 छात्र हड़ताल पर हैं.
जू. डॉक्टर एसोसिएशन पर होगी कार्रवाई
बिहार जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन कार्रवाई तय मानी जा रही है. पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा के मुताबिक 15 मई को जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन भंग हो गया था. न तो उसका कोई प्रतिनिधि मंडल है और न ही कोई अध्यक्ष या सदस्य. ऐसे में किस आधार पर एमबीबीएस छात्रों ने हस्ताक्षर किया और हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया. प्रिंसिपल ने बताया कि उन्होंने हाइकोर्ट के बुलावे पर एसोसिएशन भंग का फरमान जारी किया है. उम्मीद जतायी जा रही है कि
जो डॉक्टर हड़ताल पर हैं उन पर कार्रवाई होगी.

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