कांग्रेसमुक्त भारत की ओर कदम

असम सहित पांच राज्यों के चुनाव नतीजों से भाजपा उत्साहित पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पांच राज्यों के चुनाव परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि पांच देश संघ युक्त और कांग्रेस मुक्त भारत की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार उस कांग्रेस की नाव में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2016 7:57 AM
असम सहित पांच राज्यों के चुनाव नतीजों से भाजपा उत्साहित
पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पांच राज्यों के चुनाव परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि पांच देश संघ युक्त और कांग्रेस मुक्त भारत की ओर बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार उस कांग्रेस की नाव में सवारी कर रहे हैं, जिसमें छेद ही छेद है और उसका डूबना तय है. मात्र छह राज्यों तक सिमटी कांग्रेस का शासन देश की केवल 15 प्रतिशत आबादी पर है. जबकि, एनडीए का शासन 12 राज्यों में 45 फीसदी लोगों के बीच है. उन्होंने कहा कि असम जो पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार है, में भाजपा की जीत केवल एक राज्य की नहीं, बल्कि आने वाले दिनों में वहां के बाकी के छह राज्यों में भी जीत की संभावना बढ़ाने वाली है.
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए नीतीश कुमार ने असम में उस कट्टरपंथी विभाजनकारी बदरूद्दीन अजमल से हाथ मिला लिया जिसके साथ जाने से कांग्रेस भी बचती रही थी.
असम में चार, पश्चिम बंगाल में दो, तमिलनाडु में छह, केरल में सात और पुडूचेरी में दो सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद नीतीश कुमार की पार्टी को सभी राज्यों में मुंह की खानी पड़ी है. केरल में नीतीश कुमार स्वयं चुनाव प्रचार करने गये थे, जहां उनकी लुटिया तो डूबी ही सहयोगी कांग्रेस का भी बेड़ा गर्क हो गया.
वहीं, असम और पश्चिम बंगाल में नीतीश्श कुमार इसलिए नहीं गये कि उन्हें परिणाम का अनुमान पहले से था. मगर, जदयू नेता शरद यादव सहित उनके सैकड़ों कार्यकर्ता वहां धुंआधार प्रचार किये था.
भाजपा न केवल पहली बार असम में कांग्रेस को करारी मात देकर सत्ता हासिल की है. बल्कि, केरल और पश्चिम बंगाल की दो ध्रुवीय राजनीति के बीच एनडीए न केवल अपनी पैठ और मजबूत की है. केरल में 15 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल में 11 प्रतिशत से ज्यादा वोट लेकर यह भी जता दिया है कि अब कामरूप से लेकर कन्याकुमारी तक उसकी मौजूदगी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के बाहर की राजनीति में पूरी तरह अप्रासंगिक हो गये हैं. उनकी राजनीति बिहार तक ही सिमटी है. जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पांच राज्यों में हुए विधान सभा चुनाव का जो परिणाम आया है, उसमें उन्हें निराशा हाथ लगी है.
मंगल पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जनादेश भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को मिला है. यह जनादेश तुष्टिकरण की राजनीति दिल्ली का दिवास्वप्न देखने वाले राजनेताओं की आंखें खोलने के लिए भी है.
नंदकिशोर यादव, भाजपा नेता
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों ने साबित कर दिया कि देश कांग्रेस मुक्त की राह पर है.
उपेंद्र कुशवाहा, केंद्रीय राज्यमंत्री

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