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शहाबुद्दीन को भागलपुर जेल पहुंचने में 7 घंटे की जगह लगे 12 घंटे,क्यों ?

पटना : पत्रकार हत्याकांड में पूर्व राजद सांसद शहाबुद्दीन का कनेक्शन सामने आने के बाद उन्हें सीवान जेल से भागलपुर केंद्रीय कारा में भेज दिया गया है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहाबुद्दीन को भागलपुर शिफ्ट किया गया. अब राजनीतिक हलकों के अलावा सोशल मीडिया में सवाल तैरने लगे हैं कि आखिर सीवान से भागलपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2016 1:10 PM
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पटना : पत्रकार हत्याकांड में पूर्व राजद सांसद शहाबुद्दीन का कनेक्शन सामने आने के बाद उन्हें सीवान जेल से भागलपुर केंद्रीय कारा में भेज दिया गया है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहाबुद्दीन को भागलपुर शिफ्ट किया गया. अब राजनीतिक हलकों के अलावा सोशल मीडिया में सवाल तैरने लगे हैं कि आखिर सीवान से भागलपुर पहुंचने में सांसद को 12 घंटे कैसे लगे. शहाबुद्दीन को सीवान जेल से सुबह तीन बजे ही भागलपुर के लिये रवाना किया गया था. सीवान से भागलपुर का सफर मात्र 6-7 घंटे का है. सवाल भी उठना स्वाभाविक है कि बाकी के 6 घंटे शहाबुद्दीन कहां रहे ?

बाकी समय का हिसाब कौन देगा ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीवान जेल से भागलपुर शिफ्ट करने की कानूनी प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी थी. सीवान और भागलपुर के रास्ते में कहीं भी वैसा कोई कानूनी प्रावधान नहीं है जिसकी वजह से उनकी गाड़ी रूकी हो या फिर कोई प्रक्रिया अपनाई गयी हो. बाकी की कानूनी प्रक्रिया भागलपुर जेल में पूरी होनी थी. आम तौर पर सीवान से भागलपुर पहुंचने में 6 से 7 घंटे का समय लगता है. शहाबुद्दीन को स्कार्पियों से पहुंचने में 12 घंटे लगे. इसे लेकर सवाल उठने शुरू हो गये हैं.

6 घंटे कहां थे शहाबुद्दीन ?

सीवान से भागलपुर की दूरी 370 किलोमीटर है. सीवान से भागलपुर जाने के लिये वाया एनएच-28 और एनएच-31 के माध्यम जाया जाता है. समय की बात करें तो सामान्य गति से किसी गाड़ी को भागलपुर पहुंचने में 7 घंटे 19 मिनट का समय लगता है. मीडिया में इस बात की चर्चा शुरू हो गयी है कि बाकी 4 घंटे 41 मिनट शहाबुद्दीन कहां रहे.

शहाबुद्दीन पर शिकंजा

सूत्रों की माने तो शहाबुद्दीन पर इस मामले को लेकर भी शिकंजा कसेगा. शहाबुद्दीन के अलावा इस मामले में जेल के कई अधिकारियों पर भी जेल मैन्युल के उल्लंघन का मामला बन सकता है. जानकारी के मुताबिक शहाबुद्दीन भागलपुर जेल समान्य कैदी के तौर पर रहेंगे. उन्हें जिस सेल में चुनाव के दौरान रखा गया था उसी सेल में रखने की जानकारी मिल रही है. सीवान जेल में शहाबुद्दीन बकायदा जनता दरबार लगाते थे. भागलपुर में शहाबुद्दीन ऐसा नहीं कर पायेंगे.

सीवान जेल में जनता दरबार

सीवान जेल में डीएम और एसपी के नेतृत्व में की गयी छापेमारी में आधा दर्जन से ज्यादा मोबाइल फोन और दो चाकू बरामद किये गये थे. छापेमारी के वक्त भी शहाबुद्दीन से मिलने के लिये 50 लोग आये हुए थे जिसे प्रशासन ने हिरासत में ले लिया. सभी लोगों को पूछताछ कर छोड़ दिया गया था. राजदेव रंजन हत्याकांड के बाद पुलिस को जानकारी मिली थी कि घटनास्थल पर खड़े एक व्यक्ति को जेल से 36 बार फोन गया था. उसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए शहाबुद्दीन को भागलपुर केंद्रीय कारा शिफ्ट किया गया है.

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