जाम बन गया है नासूर

महात्मा गांधी सेतु और राष्ट्रीय उच्च पथ तीस पर एक महीने से जाम की समस्या कायम है़ इससे निबटने का प्रयास हो रहा है, पर असर नहीं दिख रहा है़ पटना सिटी : महात्मा गांधी सेतु को पार करने में महज पंद्रह से बीस मिनट का समय लगता है. एक महीने से जाम ने परिचालन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2016 5:30 AM
महात्मा गांधी सेतु और राष्ट्रीय उच्च पथ तीस पर एक महीने से जाम की समस्या कायम है़ इससे निबटने का प्रयास हो रहा है, पर असर नहीं दिख रहा है़
पटना सिटी : महात्मा गांधी सेतु को पार करने में महज पंद्रह से बीस मिनट का समय लगता है. एक महीने से जाम ने परिचालन का गणित ऐसा बिगाड़ा की तीन घंटे में भी पार हो पायेंगे या नहीं कहा नहीं सकता है.यह पीड़ा उन दैनिक यात्रियों की है, जो गांधी सेतु पार कर हाजीपुर काम करने जाते हैं.
दरअसल वाहनों का दबाव कायम रहने की वजह से महात्मा गांधी सेतु व एनएच पर जाम की समस्या कायम है. झुलसानेवाली धूप व गरमी में उत्तर बिहार को जोड़नेवाली लाइफ लाइन महात्मा गांधी सेतु का जाम सिर्फ यात्रियों के पसीने ही नहीं छुड़ा रहा, बल्कि पुलिसकर्मियों को भी पस्त कर रखा है. तीन पालियों को ड्यूटी बजा रहे पुलिसकर्मियों की टोली मालवाहक वाहनों व ट्रकों को रोक कर यात्री वाहनों को आगे निकालने में लगी है. इसके बाद भी समस्या ज्यों-की-त्यों बनी हुई है. महात्मा गांधी सेतु की जर्जर स्थिति व ध्वस्त हो चुके पाया संख्या 44 के निर्माण को देखते हुए पाया संख्या 38 से 46 तक वन वे परिचालन होता है.
हाजीपुर से पटना आनेवाले लेन पर ही पटना से हाजीपुर जानेवाले वाहनों का परिचालन होता है, जिस कारण से भी जाम की स्थिति बनती है. यातायात थानाध्यक्ष फारुख हुसैन बताते है कि यात्री वाहनों को प्राथमिकता के आधार पर निकाला जा रहा है. इस दरम्यान मालवाहक वाहनों को ट्रकों को रोका जा रहा है. शुक्रवार को फोरलेन वाले राष्ट्रीय उच्च पथ पर भी जाम का असर दिया.
एनएच पर जीरो माइल बड़ी पहाड़ी से लेकर पूरब में दीदारगंज तक व पश्चिम में नंदलाल छपरा से आगे तक जाम लगा था. एनएच जाम का असर पटना-मसौढ़ी रोड में भी दिखा. इस मार्ग में भी दिन भर जाम की स्थिति रही.
दरअसल बालू लदे ट्रकों की संख्या निरंतर बढ़ने की स्थिति में जाम की समस्या कायम है.

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