केंद्र सरकार पर संजय सिंह का आरोप
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार पिछड़े और दलितों के नाम पर सिर्फ राजनीति करती है. उसके हित में एक रुपया खर्च नहीं कर सकती. बिहार के एससी-एसटी, पिछड़े, दलित, महादलित के छात्रों को अपनी पढ़ाई से कोई परेशानी नहीं है.
परेशानी सिर्फ और सिर्फ सुशील मोदी को है, जबकि बिहार के सभी छात्र संतुष्ट हैं. बिहार सरकार ने एससी-एसटी, पिछड़े, दलित-महादलित के छात्रों के लिए सबसे बेहतर संस्थानों का चयन किया था, जहां उनके छात्रवृत्ति में अच्छी पढ़ाई मिल सके उन संस्थानों में एडमिशन कराया गया है. मोदी अपनी छाती पीट रहे हैं और उनके साथ वह छात्र हैं ही नहीं जिनके लिए वो हंगामा कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि सुशील मोदी ने कभी केंद्र सरकार को ये नहीं लिखा कि राज्य में गरीब पिछड़ों के लिए दी जाने वाली छात्रवृति में केंद्रांश बढ़ा दें. उसके बावजूद केंद्र सरकार ने उसमे भी राज्यांश को बढ़ा दिया. बिहार में छात्रवृत्ति योजना को पारदर्शी रखने के लिए एक राशि तय कर दी गयी है, ताकि सबको एक राशि मुहैया कराया जा सके. ये राशि कम लग रही तो भाजपा केंद्र सरकार से अपील करें कि बिहार में छात्रवृत्ति की राशि को बढाएं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू करने के लिए सभी को साफ लहजों में कहा है कि बैंकों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. यह राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. इसके लिए बैंकों को जो भी सुविधाएं चाहिए, सरकार मुहैया करायेगी. साल 2016-17 में पांच लाख छात्रों को 20 हजार करोड़ रुपए ऋण देने की योजना है. योजना के तहत कुल ऋण का 75 फीसदी बैंक छात्रों से वसूलेगा और 25 फीसदी राशि सब्सिडी के रूप में सरकार बैंक को देगी. इसके लिए क्रेडिट गारंटी फंड स्कीम फॉर एजुकेशन लोन योजना शुरू की गयी है. जिले के अग्रणी बैंक को नोडल बैंक की जिम्मेदारी दी गयी है. राज्य और जिला स्तर पर प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग की स्थापना की जायेगी.