पटना : लोजपा सुप्रीमो और केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने देहरादून जिले के चकराता क्षेत्र के एक मंदिर में दलितों के प्रवेश को लेकर भीड़ द्वारा किये गये पथराव में भाजपा सांसद तरुण विजय के घायल होने की निंदा करते हुए आज कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री से देश के उन सभी मंदिरों अथवा सार्वजनिक स्थलों पर जहां दलितों का प्रवेश निषेध है, उन्हें चिंहित कर आवश्यकता पड़ने पर वहां केंद्रीय बलों की तैनात करने का आग्रह करेंगे.
लोजपा संसदीय बोर्ड अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान के साथ आज यहां पार्टी प्रदेश कार्यालय में संवाददताओं को संबोधित करते हुए रामविलास ने ऐसा करने वालों के खिलाफ हत्या की साजिश का मामला दर्ज कर उन्हें सजा दिलाए जाने की मांग की और कहा कि वे इसको लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत से भी बात करेंगे.
रामविलास ने कहा कि इस घटना को लेकर गत 20 मई को ही उन्होंने ट्वीट कर इसकी निंदा की थी तथा आज विजय जी से फोन पर हुई बात के दौरान उन्होंने स्वयं उक्त हमले के बारे में बतलाया कि यह उन्हें जान से मारने की साजिश थी और उनकी जान एक मुसलमान भाई ने बचायी. उन्होंने इस मामले में परोक्ष रूप से उत्तराखंड की सरकार का हाथ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त स्थल पर पूर्व में एक पुलिस थाना था, जिसे बाद में हटा दिया गया था.
रामविलास ने महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर हाल में दियेगये निर्देश का जिक्र करते हुए कहा कि वे केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह करेंगे कि देश के ऐसे जितने मंदिर या सार्वजनिक स्थान हैं जहां दलितों अथवा महिलाओं का प्रवेश निषेध है उसे चिंहित कर वहां आवश्यकता अनुसार केंद्रीय बलों की तैनाती की जाये. उन्होंने कहा कि चकराता क्षेत्र मंदिर मामले में केंद्र सरकार हस्तक्षेप करें तथा जहां-जहां मंदिर या सार्वजनिक स्थानों पर दलितों के प्रवेश पर रोक लगी है उसे हटाए.