मोदी गलतफहमी के हैं शिकार
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह का पलटवार पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि क्या भाजपा नेता सुशील मोदी न्यायालय हैं?, क्या वे कानून हैं? क्या सुशील मोदी न्यायाधिश है? जिस तरह से सुशील मोदी बिहार के किसी भी नेता के बारे में फैसला सुनाने लग रहे हैं, […]
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह का पलटवार
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि क्या भाजपा नेता सुशील मोदी न्यायालय हैं?, क्या वे कानून हैं? क्या सुशील मोदी न्यायाधिश है? जिस तरह से सुशील मोदी बिहार के किसी भी नेता के बारे में फैसला सुनाने लग रहे हैं, उससे तो लगता है कि वो गलतफहमी के शिकार हो गये हैं. ज्यादा बोलने वाले को कही भी महत्व नहीं मिलता है और महत्व घट जाता है. दिल्ली हाइ कोर्ट ने तो केंद्र सरकार की ही तुलना जंगलराज से की थी, सुशील मोदी को इस पर भी बोलना चाहिए.
राज्य में कानून है और सभी काम कानून के आधार पर हो रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने जिनके बदौलत देश में सरकार बनायी है उन 282 सांसदों में 98 पर गंभीर अापराधिक मामले हैं. उन सांसदों पर हत्या, दुष्कर्म जैसे संगीन आरोप हैं. केंद्रीय मंत्री पर तो 20 अपराध के गंभीर आरोप है. बिहार की स्थिति वही है जो 2010 के समय थी. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में देखा जाये और भाजपा शासित राज्यों से तुलना की जाये तो बिहार अपराध के मामले में कई राज्यों से काफी पीछे है.
देश में प्रति लाख अपराध का राष्ट्रीय औसत 229.2 है, वहीं बिहार में केवल 174.2 है. अपराध के मामले में दिल्ली नंबर वन है, जबकि बिहार 22 नंबर पर है. वहीं, भाजपा शासित मध्य प्रदेश तीसरे, हरियाणा चौथे, छत्तीसगढ़ 10वें, गुजरात 15वें और महाराष्ट्र 16वें स्थान पर है.