सेक्यूलरिज्म के नाम पर हो रहा अल्पसंख्यकों का अपमान : तरुण

पटना: सेक्यूलरिज्म के नाम पर कई दल अल्पसंख्यकों का अपमान कर रहे हैं. ऐसे दल उन्हें बरगला रहे हैं. आतंकवादियों को इसलिए गिरफ्तार न करने की हिदायत दी जाती है कि वे मुसलमान हैं. देश का मुसलमान कभी आतंकवादियों का समर्थक नहीं रहा है. यह अब्दुल हमीद का देश है. बरगलानेवाले नेताओं के झांसे में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2014 8:22 AM

पटना: सेक्यूलरिज्म के नाम पर कई दल अल्पसंख्यकों का अपमान कर रहे हैं. ऐसे दल उन्हें बरगला रहे हैं. आतंकवादियों को इसलिए गिरफ्तार न करने की हिदायत दी जाती है कि वे मुसलमान हैं. देश का मुसलमान कभी आतंकवादियों का समर्थक नहीं रहा है. यह अब्दुल हमीद का देश है. बरगलानेवाले नेताओं के झांसे में अब अल्पसंख्यक नहीं आनेवाले हैं. ये बातें सांसद व भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता तरुण विजय ने मंगलवार को विधान पार्षद किरण घई के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहीं.

आज परिवर्तन का दौर : उन्होंने कहा कि नेताओं की बादशाहत, उनकी धनलोलुपता व भ्रष्टाचार को ललकारनेवाला सशक्त नेता आ गया है. इस बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नवीन क्रांति होगी. कदाचार करनेवालों और उनके साथ खड़े नेताओं को जनता जवाब देगी.

नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता, रक्षा और अर्थनीति के मोरचे पर देश को सर्वोच्च शिखर पर पहुंचायेंगे. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के इसलाम की मिसाल दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिलेगी. यहां गंगा-जमुनी संस्कृति रही है. मजार पर चादरें चढ़ती हैं, तो बगल के मंदिरों में घंटे भी बजते हैं. सुफियाना अंदाज में कव्वाली भी होती है. आज परिवर्तन का दौर है. नये हिंदुस्तान में राजनीति की नयी परिभाषा गढ़ी जा रही है. सड़-गल चुके राजनेताओं के प्रति देश में विद्रोह की पृष्ठभूमि बन रही है. जनता भारत भाग्य विधाता है. वह अगले चुनाव में राजनीति की नियति तय करेगी.

भाजपा मुसलिमों की विरोधी नहीं :बाबरी मसजिद मामले में भाजपा का सेक्युलरवाद का दावा तो फेल हो गया था, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वह तो ढांचा था. उसको लेकर भाजपा ही नहीं, बल्कि भारतीय जनमानस तक उग्र था. जनसंघ या भाजपा कभी मुसलिमों के विरोध में नहीं रही. 1951 में यदि पंडित दीनदयाल उपाध्याय चाहते, तो भारतीय जनसंघ का नाम हिंदू संघ रख सकते थे, लेकिन उनकी और पार्टी की मंशा सबको साथ लेकर चलने की थी. उन्होंने कहा कि भाजपा अजरुन की तरह सिर्फ अगले लोकसभा चुनाव को देख रही है. लालकिला पर इस बार नरेंद्र मोदी ही तिरंगा फहरायेंगे. मौके पर विधान पार्षद किरण घई, अजय यादव, अभिजीत कश्यप आदि भी मौजूद थे.

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