नयी साइकिल से निकला घूमने, ट्रक ने कुचला, मौत, भीड़ ने फूंका वाहन
हादसा. चालक फरार, खलासी को लोगों ने पीट-पीट कर किया अधमरा घटना सुबह 6:30 बजे के आसपास हुई. आयुष की मौत के बाद लोगों ने ट्रक में आग लगा दी. पटना : शास्त्रीनगर थाने की एजी कॉलोनी के समीप फ्रेंड्स कॉलोनी में बेलगाम ट्रक ने साइकिल चला रहे छात्र आयुष मिश्रा (12) को कुचल दिया. […]
हादसा. चालक फरार, खलासी को लोगों ने पीट-पीट कर किया अधमरा
घटना सुबह 6:30 बजे के आसपास हुई. आयुष की मौत के बाद लोगों ने ट्रक में आग लगा दी.
पटना : शास्त्रीनगर थाने की एजी कॉलोनी के समीप फ्रेंड्स कॉलोनी में बेलगाम ट्रक ने साइकिल चला रहे छात्र आयुष मिश्रा (12) को कुचल दिया. घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. आक्रोशित लोगों ने ट्रक (संख्या जेएच 02 सी 4865) को पकड़ कर उस पर पहले पथराव किया, उसमें आग लगा दी.
ट्रक धू-धू कर जल गया. इस दौरान चालक तो निकल भागा, लेकिन आक्रोशित लोगों ने खलासी को पीट कर अधमरा कर दिया. यह घटना गुरुवार की अहले सुबह करीब साढ़े छह बजे घटित हुई. आयुष स्थानीय संत मेरी स्कूल में पांचवीं का छात्र था और इन दिनों उसके स्कूल में गरमी छुट्टी चल रही है.
पुलिस ने बल प्रयोग कर खलासी को बचाया
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने लोगों के चंगुल से खलासी को किसी तरह बचाया, फिर आंशिक बल प्रयोग कर हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ दिया. घटना को लेकर इलाके में काफी देर तक अफरातफरी मची रही.
तीन साल पहले पिता की मौत
आयुष मिश्रा के पिता रंजीत मिश्रा की भी तीन साल पहले छत से गिर कर देवघर में मृत्यु हो गयी थी. इसके बाद आयुष अपनी मां शालिनी मिश्रा के साथ पटना में रहता था. उसके दादा एजी ऑफिस में थे और उन्होंने काफी समय पहले इस इलाके में मकान बनवाया था. इसी मकान में मां-बेटे रह रहे थे. ये लोग मूल रूप से देवघर के रहने वाले थे और आयुष का समस्तीपुर में ननिहाल है.
नानी ने दी थी साइकिल
छुट्टी होने के कारण आयुष की बुआ का लड़का शिवम भी एजी कॉलोनी आया हुआ था. आयुष को छह दिन पहले ही नानी ने नयी साइकिल खरीद कर दी थी. आयुष बुआ के लड़के के साथ अहले सुबह ही साइकिल चलाने के लिए निकला. शिवम घर के गेट पर ही खड़ा रह गया और आयुष साइकिल लेकर आगे बढ़ा और मोड़ से मुड़ कर एजी कॉलोनी मेन रोड की ओर जा रहा था. इसी बीच ट्रक ने उसे कुचल दिया.
बार-बार बेहोश हो रही थी मां
तीन साल पहले शालिनी मिश्रा के पति रंजीत मिश्रा की मृत्यु हो गयी थी और अब उसने अपने इकलौते बेटे को खो दिया. काफी मेहनत के साथ वह अपने बेटे का लालन-पालन कर रही थी. बेटे की मौत की सूचना पाकर मां दौड़ते हुए घटनास्थल पर पहुंची और शव से लिपट कर रोने लगी. किसी तरह से उन्हें वहां से हटाया गया और फिर घर के अंदर वे बार-बार गश खा कर गिर रही थी.