पटना : बिहार में आज मैट्रिक की परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया. रिजल्ट को शिक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चौधरी ने जारी किया.इस बार 46.66 फीसदी परीक्षार्थियों ने परीक्षा पास की है. सिमुलताला आवासीय विद्यालय की दो छात्राओं बबिता कुमार और तृषा तन्वी ने 483 अंक हासिल कर बिहार में टॉप किया है. इस बार परीक्षा में 15 लाख 73 हजार 498 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. टॉप टेन में कुल 42 परीक्षार्थी शामिल हैं. सभी टॉप टेन के परीक्षार्थी जमुई के सिमुलताला आवासीय विद्यालय के छात्र हैं. टॉप टेन छात्रों की सूचि इस प्रकार है.
टॉपर की सूची…
परीक्षाफल के महत्वपूर्ण विश्लेषण….
हेल्पलाइन नंबर जारी
आप रिजल्ट जानने के लिये नीचे दिये गये लिंक पर भी क्लिक कर सकते हैं. बिहार बोर्ड ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये हैं जिस पर विद्यार्थी फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं या फिर कोई जानकारी ले सकते हैं. बिहार बोर्ड का हेल्पलाइन नंबर है-0612-2235161, 0612-226926 और 0612-2225549 और फैक्स नंबर है 0612-2222575.
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— Prabhat Khabar (@prabhatkhabar) May 29, 2016
रिजल्ट का प्रतिशत कम
इस बार परीक्षा में शामिल कुल परीक्षार्थियों में 08,53,221 छात्र और 07,20,777 छात्राएं शामिल थी. कदाचार मुक्त परीक्षाके लिये बिहार सरकार ने काफी सख्त इंतजाम किये थे. उतीर्ण हुए छात्रों में 7.16 फीसदी छात्राएं और 14.4 फीसदी छात्र प्रथम श्रेणी से पास हुए हैं. वहीं 29.59 फीसदी छात्र और 20.65 फीसदी छात्रों को सेकेंड डिविजन आया है. इस बार मैट्रिक परीक्षा में पिछले वर्ष की तुलना में 28.51 फीसदी छात्र कम पास हुए हैं. सबसे बेहतर रिजल्ट बिहार के नवादा जिले का रहा है. इस जिले से 94.584 छात्र सफल हुए हैं.
कैसा रहा परिणाम ?
मैट्रिक परीक्षा के परिणाम की बात करें तो इस बार रिजल्ट में छात्रों ने छात्राओं के मुकाबले ज्यादा बेहतर परफार्म किया है. परीक्षा में 54.44 प्रतिशत लड़के पास हुए हैं जबकि मात्र 37.61 प्रतिशत लड़कियां ही पास हो सकी हैं.रिजल्ट में लड़कों ने बेहतर प्रदर्शन किया है. छात्रों का कुल पास प्रतिशत रहा 46.66 फीसदी वहीं लड़कों का कुल उतीर्ण प्रतिशत 54.44 फीसदी और लड़कियों के उतीर्ण का प्रतिशत रहा 37.61 फीसदी. प्रथम श्रेणी से उतीर्ण होने वालों की बात करें तो प्रथम श्रेणी से कुल 10.86 फीसदी परीक्षार्थियों ने सफलता हासिल की जबकि द्धितीय श्रेणी से 25.46 फीसदी परीक्षार्थियों ने सफलता हासिल की. तृतीय श्रेणी से पास होने वाले परीक्षार्थियों का प्रतिशत 10.32 फीसदी रहा और कुल असफल छात्रों का प्रतिशत 53.11 प्रतिशत रहा.