पटना : गांव की सरकार चुनने के लिये बिहार में पंचायत चुनाव के दसवें एवं अंतिम चरण के लिए सोमवार को मतदान हुआ. इसके तहत आज 19 जिलों के 28 प्रखंडों के 497 पंचायतों में लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. अंतिम चरण में 32.62 लाख मतदाता कुल 41,804 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. इनमें 21,879 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतार लगनी शुरू हो गयी थी. राज्य निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान के लिये पूरी व्यवस्था की है. अंतिम चरण में कुल 65 फीसदी वोटिंग की सूचना है.
नक्सल प्रभावित इलाकों पर विशेष नजर
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से वैसे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गये हैं जो इलाके नक्सल प्रभावित हैं. नक्सल प्रभावित नवहट्टा प्रखंड के दारानगर बूथ पर महिला मतदाताओं के परिचय पत्र को महिला पुलिस जांच कर मतदान केंद्र पर भेज रही है. मोकामा और टाल के दियारा इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किये गये हैं. प्रशासन की ओर से चिन्हित अतिसंवेदनशील बूथों पर प्रशासन की नजर बनी हुई है.
सीवान में मतदान बाधित
जिले के पचरुखी प्रखंड में कई चलंत बूथों का मतदान बाधित हो गया. सुबह शुरू हो गयी बारिश की वजह से मतदान कर्मी मतदान सामग्री को बचाने में जुट गये. बारिश की वजह से अन्य बूथों पर भी कमोवेश ऐसी ही स्थिति रही. जो बूथ खूले में हैं और चलंत हैं उन बूथों पर ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंचायत चुनाव के अंतिम चरण में एक बजे तक 44 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है. वहीं दूसरी ओर सारण के मढ़ौरा के लालपुर बूथ पर मतदान शुरू हो गया. बीडीओ और जोनल अधिकारी ने मतदान शुरू कराया है. हंगामे के कारण डेढ़ घंटे तक मतदान बाधित था. जानकारी के मुताबिक मढ़ौरा के लालापुर बूथ पर हंगामा हुआ जिसके बाद मतदान रुक गया था.