गरीब मरीजों के परिजनों को मिलेगा मुफ्त आश्रय

पटना : शहर के सरकारी अस्पतालों में गरीब मरीजों का इलाज कराने के लिए आये परिजनों के लिए ठहरने की समस्या सबसे बड़ी होती है. इसके मद्देनजर सीआरपीएफ के क्षेत्रीय फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) के परिसर में एक कैंप तैयार किया है. इसमें दूर-दराज से आये गरीब मरीजों के परिजनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2016 6:14 AM
पटना : शहर के सरकारी अस्पतालों में गरीब मरीजों का इलाज कराने के लिए आये परिजनों के लिए ठहरने की समस्या सबसे बड़ी होती है. इसके मद्देनजर सीआरपीएफ के क्षेत्रीय फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) के परिसर में एक कैंप तैयार किया है.
इसमें दूर-दराज से आये गरीब मरीजों के परिजनों के ठहरने की मुफ्त में व्यवस्था की गयी है. ‘आश्रय’ नाम के इस अस्थायी शेल्टर का उद्घाटन मंगलवार को सीआरपीएफ के फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष अनिता कुमारी और आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ एनआर विश्वास ने संयुक्त रूप से किया. इस मौके पर अनिता कुमारी ने कहा कि अगर अन्य सरकारी अस्पताल भी सहयोग करेंगे, तो सीआरपीएफ उनके साथ भी मिल कर इस तरह का विशेष प्रयास कर सकता है.
उन्होंने कहा कि इस शेल्टर को फिलहाल 20 बेडों का बनाया गया है, जिसमें 12 पुरुष और आठ महिलाओं के लिए अलग-अलग बेड चिह्नित कर रखे गये हैं. इसमें परिजनों को मुफ्त बेड, चादर, कंबल और तकिया समेत अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं दी जायेंगी. आने वाले समय में इसमें कैंटीन समेत अन्य सुविधाएं भी बहाल करने पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार में यह पहला और देश में दूसरा सेंटर है. इससे पहले नयी दिल्ली के एम्स के ट्रॉमा सेंटर में इस तरह का कैंप बनाया गया था. इस मौके पर सीआरपीएफ के एडीजी शैलेंद्र कुमार भी मौजूद थे.
ने कहा कि इस तरह के कैंपों की देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेवारी सीआरपीएफ के जवान करते हैं. किसी ऑपरेशन में विकलांग या गंभीर रूप से घायल होने के कारण एक्टिव ड्यूटी नहीं कर पाने वाले जवानों को यहां देखभाल के लिए खासतौर से तैनात किया जाता है.
इस तरह के कैंपों में जन जागरूकता अभियान भी चलाये जाते हैं. आने वाले समय में यहां भोजन के साथ इस तरह की गतिविधि भी शुरू की जायेगी. ऐसे सेंटरों को खोलने का मकसद सड़क किनारे या अस्पताल परिसर में इधर-उधर, जैसे-तैसे समय बीताने वाले लोगों को सीधे तौर पर सुविधा प्रदान करना है. इस मौके पर उपमहानिरीक्षक नीरज कुमार, कमांडेंट करुणा राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.

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