पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोरचा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने पिछले दिनों गया के डुमरिया में अपने ऊपर हुए हमले को राजनीतिक साजिश करार दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मांझी ने पूर्व सांसद राजेश कुमार की हत्या की तरह ही अपने उपर हुए हमले को भी हत्या के मकसद से किया गया हमला बताया है. मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि मेरी हत्या की साजिश डुमरिया में रची गयी थी. मांझी ने जदयू नेता और पूर्व बिहार विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर सनसनीखेज आरोप लगाये हैं. मांझी के इस आरोप के बाद सियासी हलकों मे चर्चाओं का बाजर गरम हो गया है.
जदयू नेता पर लगाया आरोप
मांझी के मुताबिक उनकी हत्या की साजिश रची गयी थी लेकिन साजिश रचने वाले सफल नहीं हुए. मांझी ने कहा कि इस साजिश में प्रत्यक्ष रूप से रौशन मांझी और परोक्ष रूप से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जेडीयू नेता उदय नारायण चौधरी ने साजिश रची थी. मांझी ने अपने ऊपर हुए हमले और पूर्व में हुए पूर्व सांसद पर हमले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री रहते हुए मांझी ने पूर्व सांसद राजेश हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की थी. नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनते ही वह अनुशंसा वापस ले ली गयी.
26 मई को मांझी पर हुआ था हमला
गौरतलब हो कि गया में हुए लोजपा नेता सुदेश पासवान की हत्या के बाद उनके परिजनों से मिलने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के काफिले पर हमला हुआ था. जिसमें किसी तरह सीआरपीएफ के जवानों ने मांझी को वहां से सुरक्षित निकाल लिया. इस हमले में मांझी बाल-बाल बच गये. उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया था.