मेडिकल छात्रों को दूसरे राज्यों में करने पड़ते हैं डीएम व एमसीएच कोर्स

पटना : बिहार में मास्टर आॅफ सर्जरी और डाॅक्टर आॅफ मेडिसिन की पढाई नहीं होती है. यहां के सरकारी अस्पतालों में सिर्फ पीएमसीएच में प्लास्टिक सर्जरी को छोड़ किसी भी सुपरस्पेशियलिटी कोर्स अभी तक आरंभ नहीं की गयी है. नतीजा है कि सुपरस्पेशियलिटी कोर्स के लिए मेडिकल के विद्यार्थियों को दूसरे प्रदेश में जाना पड़ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2016 5:03 AM
पटना : बिहार में मास्टर आॅफ सर्जरी और डाॅक्टर आॅफ मेडिसिन की पढाई नहीं होती है. यहां के सरकारी अस्पतालों में सिर्फ पीएमसीएच में प्लास्टिक सर्जरी को छोड़ किसी भी सुपरस्पेशियलिटी कोर्स अभी तक आरंभ नहीं की गयी है. नतीजा है कि सुपरस्पेशियलिटी कोर्स के लिए मेडिकल के विद्यार्थियों को दूसरे प्रदेश में जाना पड़ता है. इसका असर मरीजों पर भी पड़ रहा है. यहां के मरीज गंभीर बीमारी के लिए भी दूसरे प्रदेश जा रहे हैं. राज्य के सरकारी मेडिकल काॅलेजों में एमडी व एमएस कोर्स का प्रशिक्षण की व्यवस्था है.
वर्तमान दौर की बीमारियों के इलाज के लिए यहां डीएम व एमसीएच कोर्स में प्रशिक्षण की व्यवस्था नहीं है. पीएमसीएच में प्लास्टिक सर्जरी में दो सीटों पर, जबकि आइजीआइएमएस में गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी में दो सीटों पर डीएम कोर्स और यूरोलॉजी में दो सीटों पर एमसीएच के प्रशिक्षण की व्यवस्था है. पीएमसीएच में न्यूरो सर्जरी में एमसीएच कोर्स के लिए दो दशक से दो पदों के लिए स्वीकृति मिली थी.
अब इस कोर्स में एक भी नामांकन नहीं हुआ. न्यूरो सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डा अरुण कुमार अग्रवाल आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे तब भी इस विषय में एमसीएच कोर्स के लिए अनुमति नहीं मिली. पटना मेडिकल काॅलेज अस्पताल के प्राचार्य डा (प्रो) एस एन सिन्हा ने बताया कि उन्होंने काॅलेज में न्यूरो सर्जरी में एमसीएच कोर्स, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी और कार्डियोलॉजी में डीएम कोर्स आरंभ करने के लिए सरकार व विश्वविद्यालय को पत्र भेजा है.
राज्य सरकार और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से एमसीएच कोर्स आरंभ करने की अनुमति मिलते ही वह इसको आरंभ करने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र भेजा जायेगा. साथ ही निरीक्षण के लिए शुल्क जमा किया जायेगा. उन्होंने बताया कि एमसीएच व डीएम कोर्स में तीन-तीन सीटों की अनुमति के लिए पत्र भेजा गया है.

Next Article

Exit mobile version