पटना : भारी उमस और चढते तापमान ने बिहार में लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है और पांच जून तक लोगों को इस मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि पांच जून के बाद राज्य में मानसून से पहले की बौछार पड़ने की संभावना है. हालांकि राज्य में मानसून 17, 18 जून तक आने का अनुमान है. मौसम विभाग ने कहा कि बिहार में मानसून के 17-18 जून के बीच आने की संभावना है और पांच जून से पहले मानसून से पहले की बौछार की उम्मीद करना बेकार है.
पांच जून से होगी बारिश
पटना मौसम विभाग के निदेशक आशीष सेन ने कहा पांच जून से पहले बारिश नहीं होगी, लेकिन इसके बाद राज्य के दक्षिणपूर्व व उत्तरी हिस्सों में बूंदाबांदी हो सकती है. उन्होंने कहाकि दक्षिणपश्चिम मानसून के 7 जून तक केरल पहुंचने का अनुमान है और इसके 10-11 दिनों बाद ही यह आमतौर पर बिहार पहुंचता है. इसका मतलब हुआ कि 17-18 जून के बीच बिहार में मानसून पहुंचने की संभावना है.” यह पूछे जाने पर कि बिहार में इस मानसून के दौरान कितनी बारिश की उम्मीद की जा सकती है, उन्होंने कहा कि देश भर में 106 प्रतिशत बारिश होने के मौसम विभाग के अनुमान के उलट बिहार में बारिश 8 से 10 प्रतिशत कम रह सकती है.
मानसून के पहले बढ़ती है उमस
हर साल जून से शुरु होकर चार महीने में बिहार में औसतन 1,027 मिमी वर्षा होती है. यह पूछे जाने पर कि राज्य में इतनी उमस क्यों है, उन्होंने कहा कि जब मानसून करीब होता है तो अधिक आर्द्रता सामान्य बात है. ऐसा देखा गया है कि मानसून आने से 10-12 दिन पहले उमस बढती है.