टॉपर्स विवाद : हर स्तर पर हुई अंकों में हेराफेरी
परीक्षा केंद्र, कॉलेज और मूल्यांकन केंद्र पर की गयी थी सेटिंग इंटर साइंस की परीक्षा तीन कैटेगरी में ली जाती है. सबमें नंबर बढ़ाने का खेल हुआ है. पटना : इंटर साइंस टॉपर को मिले अंकों की हेराफेरी कई स्तर पर हुई है. ओएमआर शीट का अंक परीक्षा केंद्र पर, प्रैक्टिकल का अंक अपने ही […]
परीक्षा केंद्र, कॉलेज और मूल्यांकन केंद्र पर की गयी थी सेटिंग
इंटर साइंस की परीक्षा तीन कैटेगरी में ली जाती है. सबमें नंबर बढ़ाने का खेल हुआ है.
पटना : इंटर साइंस टॉपर को मिले अंकों की हेराफेरी कई स्तर पर हुई है. ओएमआर शीट का अंक परीक्षा केंद्र पर, प्रैक्टिकल का अंक अपने ही कॉलेज में, जबकि थ्योरी पेपर का अंक मूल्यांकन केंद्र पर मैनेज किया गया. दरअसल 28 अंकों की ऑब्जेक्टिव परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जाती है. इसमें ‘टिक’ ऑप्शन होने की वजह से मूल्यांकन के समय हेरफेर की गुंजाइश नहीं रहती. इस शीट को परीक्षा खत्म होते ही बिहार बोर्ड कार्यालय भेज दिया जाता है, जहां पर इसकी जांच कंप्यूटर के माध्यम से होती है. ऐसे में अधिक आशंका है कि ओएमआर शीट के प्रश्नों को परीक्षा केंद्र पर ही मैनेज किया गया हो. 30 अंकों की प्रैक्टिकल परीक्षा होम सेंटर पर ही ली जाती है, जिसमें कॉलेज अपने हिसाब से छात्रों को अंक आवंटित करता है.
इसके बाद बचे 42 अंकों पर ही पूरा मामला आकर अटक गया है. टॉपर्स की कॉपियों की जांच में मूल्यांकन केंद्र पर इन्हीं अंकों पर खेल किया गया है. ज्ञात हो कि समिति द्वारा इंटर साइंस की परीक्षा तीन केटेगरी में ली जाती है. पहला ओएमआर सीट पर 28 अंकों की ऑब्जेक्टिव प्रश्न, 30 अंकों का प्रैक्टिकल और 42 अंकों का थ्योरी पेपर होता है.
बोर्ड की कार्यप्रणाली पर चुप्पी क्यों? : टॉपर्स के अंकों का विवाद सामने आने के बाद अब तक बिहार बोर्ड ने सिर्फ टॉपर्स पर सवाल उठाने का काम ही किया है. टॉपर्स को बुला कर एक्सपर्ट पैनल के सामने उनकी जांच परीक्षा तो हो गयी, लेकिन बिहार बोर्ड उनकी कॉपियों व अंकों में हुए हेरफेर पर कुछ भी बोलने से बच रहा है. शनिवार को बिहार बोर्ड ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए न्यायाधीश की कमेटी बनाने की बात कही है, लेकिन जांच का दायरा क्या होगा, यह स्पष्ट नहीं है. क्या यह कमेटी कॉपियों में हुई हेरफेर की भी पड़ताल करेगी?
कैसे होगा हैंडराइटिंग का मिलान
टॉपर्स ने अपनी उत्तर पुस्तिका में क्या लिखा. विशेषज्ञ ने जो परीक्षा ली, उसमें टाॅपर्स ने क्या और किस तरह से जवाब दिया. क्या पूछे गये प्रश्न का जवाब इंटर की परीक्षा के दौरान पूछे गये सवाल से मिलान हो पाया. ये सारे प्रश्न अभी भी अंधेरे में हैं. इन प्रश्नों के जवाब अब तक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने नहीं दिया है.
मीडिया के सामने टाॅपर सौरभ श्रेष्ठ और टॉपर रूबी राय की अयोग्यता सामने आने के बाद समिति की ओर से टॉपर्स की उत्तर पुस्तिकाओं को सार्वजनिक करने की बात कही गयी थी, ताकि कॉपियों की जांच के लिए हैंडराइटिंग का मिलान कराया जा सके. लेकिन, समिति ने ऐसा नहीं किया. टाॅपर्स की जो उत्तर पुस्तिकाएं समिति के पास मौजूद हैं, उसे सामने नहीं की गयी हैं. वहीं विशेषज्ञ ने टॉपर्स की हैंडराटिंग मिलान को बताया नहीं गया है.
टॉपर्स ने क्या दिया टेस्ट, नहीं है किसी को पता : समिति ने दो टॉपर्स के परीक्षा फल को रद्द कर दिया है, लेकिन नाॅलेज टेस्ट में टॉपर ने क्या लिखा, क्या जवाब दिया, इस बात का खुलासा अब तक समिति कार्यालय द्वारा जारी नहीं किया गया है. टॉपर्स को किस केटेगरी के तहत अयोग्य साबित किया गया, इसकी भी जानकारी अब तक बोर्ड ने नहीं दी है. नॉलेज टेस्ट के पहले समिति ने टॉपर्स के 70 फीसदी जवाब देने की सीमा तय की थी.
उठ रहे ये सवाल
टॉपर्स की उत्तर पुस्तिकाओं को अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया
टॉपर्स ने क्या जवाब दिया, इसकी जानकारी नहीं दी गयी
किस टॉपर की योग्यता कितनी फीसदी सही हुई, यह सामने नहीं आया है
हर विषय की उत्तर पुस्तिका के अंकों को सार्वजनिक करने की हुई थी बात
28 अंकों की ओएमआर कॉपी को क्यों नहीं दिखाया जाता
प्रैक्टिकल कैसे लिया गया, इसकी भी नहीं दी जा रही जानकारी
प्रैक्टिकल में एक्सटर्नल शिक्षक पर उठ रहे सवाल
हंगामे के बाद सीपीओ परीक्षा रद्द, अब 11 जून को फिर से होगी
पटना : स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) सीपीओ (एसआइ/एएसआइ) की परीक्षा में शहर के विभिन्न केंद्रों पर जम कर हंगामा हुआ. ऑनलाइन हो रही परीक्षा में सर्वर स्लो रहने और कई बार पावरकट होने की वजह से नाराज परीक्षार्थियों ने परीक्षा देने से मना कर दिया.
वहीं, सर्वर स्लो और तकनीकी खराबी के कारण पटना शहर के अधिकांश सेंटरों ने दूसरी पाली की परीक्षा स्थगित कर नोटिस चिपका दिया. नोटिस देख दूसरी पाली में शामिल होनेवाले परीक्षार्थियों ने हंगामा किया. वहीं, पहली पाली में एग्जाम देनेवाले छात्र भी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को हुई परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. रद्द परीक्षा 11 जून को होगी. इसकी सूचना परीक्षार्थियों को दे दी जायेगी. जेडी वीमेंस कॉलेज, ककंड़बाग पंच शिवमंदिर और राजापुल सिमेज कॉलेज के पास छात्रों ने सड़क जाम कर हंगामा किया. सिमेज कॉलेज सेंटर पर एसएससी के इंस्पेक्टिंग ऑफिसर संजय कुमार श्रीवास्तव ने एसएससी हेडक्वार्टर को इ-मेल कर लैब एक में तीन बार पावरकट की जानकारी दी थी.
इस कारण छात्र परीक्षा देने से मना कर रहे थे. वहीं, परीक्षार्थी आलोक ने कहा कि जब तीन नंबर प्रश्न पर क्लिक किया जा रहा था, तो 15 नंबर खुलता था. कई बार स्लो प्रोसेस में काम करता था. तकनीकी खराबी के कारण कोई भी प्रश्न कभी भी खुल जाता. इसी को देखते हुए परीक्षार्थियों ने हंगामा किया और परीक्षा रद्द करने की मांग की. एसएससी इलाहाबाद को भी इसकी सूचना दे दी गयी है.