सिपाही ने खुद को मार ली गोली
सादिकपुर पुलिस चौकी. बेटी ने पिता को ताड़ी पीने से रोका, तो… पटना सिटी : बेटी ने सिपाही पिता अजीत कुमार बोदरा (57 वर्षीय ) को ताड़ी पीने से रोका, तो आक्रोशित आरक्षी ने राइफल से खुद को गोली मार कर जान दे दी. घटना आलमगंज थाना क्षेत्र के सादिकपुर पुलिस चौकी की है. अजीत […]
सादिकपुर पुलिस चौकी. बेटी ने पिता को ताड़ी पीने से रोका, तो…
पटना सिटी : बेटी ने सिपाही पिता अजीत कुमार बोदरा (57 वर्षीय ) को ताड़ी पीने से रोका, तो आक्रोशित आरक्षी ने राइफल से खुद को गोली मार कर जान दे दी. घटना आलमगंज थाना क्षेत्र के सादिकपुर पुलिस चौकी की है. अजीत इसी चौकी में तैनात था. सूचना पर डीएसपी हरि मोहन शुक्ला घटना स्थल पर पहंुचे. उन्होंने मामले की जानकारी ली. एफएसएल टीम भी जांच की. वहीं सिटी एसपी पूर्वी सयाली धूरत ने बताया कि मृतक आरक्षी डिप्रेशन में था. अजीत झारखंड के चाईबासा का रहनेवाला था.
दो बोतल ताड़ी लेकर आये थे : सुनीता ने बताया कि पिताजी दो बोतल ताड़ी लेकर आये थे. इसमें एक बोतल ताड़ी उन्होंने पी ली. दूसरी बोतल छीन कर मैंने छिपा दी. इसी से आक्रोशित होकर उन्होंने घटना को अंजाम दिया.
बेटी ने बताया कि बक्से में रखी राइफल पिताजी ने निकाली और पैर से दबा कर गोली गले में मार ली. मृतक अजीत का आरक्षी संख्या 3407 था. वहीं बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के सुभाष यादव ने बताया कि सरकार के नियमानुसार लाभ दिलाया जायेगा. तत्काल एसोसिएशन साढ़े सात हजार की राशि आश्रितों को देगा. दाह संस्कार कहां होगा, परिवार के लोग तय करेंगे.
सुनीता बच्चों संग रहती थी चौकी में
सिपाही अजीत की पुत्री सुनीता अपने दो बच्चों के साथ पिता के पास ही पुलिस चौकी में रहती थी. दरअसल उसकेपति ने उसे छोड़ दिया है. सुनीता ने बताया कि उसकी मां जामवी देवी की मौत के बाद पिता ने दूसरी शादी रचा ली थी.
सौतेली मां मुगरी देवी रांची में अपने दो बच्चों के साथ रहती है, जबकि उसके दो छोटे भाई हैं. इसमें एक भाई विकास कुमार बोदरा आर्मी में है, जबकि छोटा भाई आकाश इंटर का छात्र है. वह चाइबासा में ही रहता है.
भाई का हुआ था छेका : बहन सुनीता ने बताया कि आर्मी में कार्यरत भाई विकास का दो जून को ही छेका हुआ था. उन्होंने बताया कि भाई व परिवार के सदस्यों को घटना की सूचना दे दी गयी है. बेटी को समझ में नहीं आ रहा है कि पिता ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया, अब उसका क्या होगा? अब अपने बच्चों का वे कैसे पालन करेगी. उसका रो-रोकर बुरा हाल था.