पटना : करोडों रुपये के चारा घोटाला के लिए चर्चित रहे बिहार के पशु संसाधन विभाग की करीब 500 फाइलों के गायब होने को लेकर पटना शहर के सचिवालय थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सचिवालय थाना अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार झा ने बताया कि पशु संसाधन निदेशालय से करीब 500 फाइलों के गायब होने को लेकर पशु संसाधन निदेशक के निर्देश पर शाखा अधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा अज्ञात लोगों के विरुद्ध गत 16 मई को दायर करायी गयी प्राथमिकी की छानबीन जारी है. यह प्राथमिकी भादंवि की धारा 379 के तहत दर्ज की गयी है.
उल्लेखनीय है कि गत छह मई को पटना स्थित सीबीआई की एक अदालत ने वर्ष 1994 से 1996 के बीच भागलपुर और बांका जिला कोषागार से फर्जी विपत्रों के आधार पर पशुपालन विभाग से धोखाधडी, जालसाजी एवं सरकारी पद का दुरुपयोग कर 46 लाख करोड रुपये की कथित अवैध निकासी के मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र सहित अन्य 31 को उपस्थिति होने को कहा था.
इस बीच पशु संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने इस बात से इंकार किया है कि जो फाइलें गायब हुई हैं वह करोड़ों रुपये के चारा घोटाला से संबंधित हैं. अवधेश ने बताया कि गायब हुई फाइलें चारा घोटाला से संबंधित नहीं हैं क्योंकि उक्त घोटाले से संबंधित सभी फाइलें जांच एजेंसी सीबीआई को सौंप दी गयी हैं. उन्होंने बताया कि सचिवालय थाना में जिन गायब हुई फाइलों को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है वह वर्ष 1997 से 2011 के बीच के विभागीय मामलों यथा सेवानिवृत्ति, पेंशनादि से संबंधित थीं. बिहार के महागंठबंधन जदयू-राजद-कांग्रेस: में कांग्रेस कोटे से मंत्री अवधेश ने तुच्छ राजनैतिक लाभ हासिल करने के लिए विपक्षियों द्वारा झूठी अफवाह फैलाने का आरोप लगाया.