आपदा की सटीक सूचना अब मिलेगी मोबाइल पर

पहल़. जून तक मिलने लगेगी जानकारी पटना : बाढ़, आंधी तूफान और चक्रवाती तूफान की जानकारी समय पूर्व लोगों को मोबाइल पर मिलेगी. इसके लिए सचिवालय स्थित इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में काम शुरू हो गया है. फिलहाल भारत मौसम विज्ञान से मिलने वाली आपदा की सूचना को पटना और आसपास के लोगों को मोबाइल पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2016 6:39 AM
पहल़. जून तक मिलने लगेगी जानकारी
पटना : बाढ़, आंधी तूफान और चक्रवाती तूफान की जानकारी समय पूर्व लोगों को मोबाइल पर मिलेगी. इसके लिए सचिवालय स्थित इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में काम शुरू हो गया है. फिलहाल भारत मौसम विज्ञान से मिलने वाली आपदा की सूचना को पटना और आसपास के लोगों को मोबाइल पर एसएमएस से दी जा रही है. जल्द ही पूरे राज्य के लोगों को एसएमएस से सआपदा की सूचना मिलनी शुरू हो जायेगी. हाल ही में बिहार विकास मिशन की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इसे गंभीरता से लेने के निर्देश के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने तैयारी तेज कर दी है.
विभागीय अधिकारी ने बताया कि जून के अंत तक जिला मुख्यालयों में भी यह केंद्र स्थापित हो जायेगा. इसके साथ ही जिलों से लोगों को पंचायत के स्तर पर आपदा की सूचना मिलने लगेगी. इसके लिए फिलहाल एक सौ लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. जल्द ही सभी जिलों के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा.
विभागीय अधिकारी ने बताया कि खासकर चक्रवाती तूफान और तेज आंधी की घटनाएं कुछ इलाके तक सीमित रहता है. ऐसे में पूरे राज्य के लोगों को इसकी सूचना देना आवश्यक नहीं है.
अधिकारी ने बताया कि अब ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है कि जिस क्षेत्र में तूफान और अन्य आपदा का खतरा होगा, उस क्षेत्र के लोगों को मोबाइल पर ऑटोमेटिक सूचना मिल जायेगी. इसके लिए 14 आपातकालीन सपोर्ट सिस्टम विकसित किया गया है. इससे लोगों को आपदा के पूर्व सूचना मिलेगी. इससे लोग अपनी जान माल की रक्षा कर सकेंगे.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि विभाग अर्ली वार्निंग सिस्टम के लिए व्यापक पैमाने पर काम कर रहा है. जिलों में जून तक सूचना देने के लिए केंद्र तैयार कर लिया जायेगा.
इससे जिलों से ही स्थानीय स्तर पर लोगों को आपदा की सूचना मिलने लगेगी. उन्होंने कहा कि व्यवस्था यह हो रही है कि लोगों को सूचना मोबाइल पर देने के साथ ही आम लोगों की ओर से भी विभाग को आपदा की सूचना या अन्य जानकारी मिले. इसके लिए दोतरफा सूचना के आदान-प्रदान का इंतजाम किया जा रहा है.

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